ऑकलैंड. न्यूजीलैंड में 24 साल बाद किसी एक पार्टी को अकेले बहुमत हासिल हुआ है. प्रधानमंत्री जेसिंडा आर्डर्न की लेबर पार्टी ने तमाम अनुमानों को कमतर साबित करते हुए बड़ी जीत दर्ज की. शनिवार को यहां वोटिंग हुई. वोटिंग खत्म होने के सिर्फ 90 मिनट बाद काउंटिंग शुरू हुई. अर्ली वोटिंग की सुविधा के चलते 19 लाख वोटर्स ने मतदान पहले ही कर दिया था. यह कुल वोटर्स का 57त्न है. कुल रजिस्टर्ड वोटर्स की संख्या करीब 30 लाख 77 हजार है.
न्यूजीलैंड मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक, लेबर पार्टी को 48.9 फीसदी वोट और कुल 64 सीटें मिलीं. 120 सदस्यों वाली संसद में बहुमत का आंकड़ा 61 है. ज्यूडिथ कोलिन्स की नेशनल पार्टी को 27 प्रतिशत वोट और कुल 35 सीट मिलीं. एसीटी न्यूजीलैंड पार्टी को 10 सीटें मिलीं. ऑफिशियल रिजल्ट्स का ऐलान बाद में किया जाएगा.
आर्डर्न ने क्या कहा
जीत के बाद आर्डर्न ने कहा- आज जो नतीजे आए हैं, उनसे मैं बहुत खुश हूं. हालांकि, मुझे इनसे ज्यादा हैरानी नहीं हुई, क्योंकि मुझे ऐसे ही रिजल्ट की उम्मीद थी. मैं जानती हूं कि मेरी पार्टी के वर्कर्स ने काफी मेहनत की है. हम अपना काम जारी रखेंगे. मेरी बेटी दो साल की है और वो अभी सो रही है. मैं अपनी टीम में बदलाव नहीं करूंगी.
सहयोगी पार्टी ने बधाई दी
काउंटिंग के दौरान ही ग्रीन पार्टी ने जेसिंडा और उनकी लेबर पार्टी को ऐतिहासिक जीत पर बधाई दी. खास बात ये है कि 2017 में चुनाव जीतने के बाद लेबर पार्टी ने ग्रीन पार्टी के साथ ही सरकार बनाई थी. इसकी वजह यह थी कि अकेले के दम पर लेबर पार्टी को बहुमत हासिल नहीं हो पाया था. शनिवार को काउंटिंग के दौरान ही ग्रीन पार्टी की सांसद मारास्मा डेविडसन ने कहा- लेबर पार्टी और जेसिंडा को जीत के लिए दिल से बधाई. हमारी पार्टी ने कैम्पेन अच्छा किया. नतीजे उम्मीद के मुताबिक नहीं मिले.
लेबर पार्टी ने क्या कहा
लेबर पार्टी की सांसद और प्रवक्ता जेनी सेलेसा ने कहा- प्रधानमंत्री जेसिंडा ने कोविड-19 से निपटने में जिस तरह की कुशलता दिखाई, उससे ये तय लग रहा था कि हमें आसान और बड़ी जीत मिलेगी. नतीजे हमारी उम्मीदों के मुताबिक हैं. अब हम उन वादों को आसानी से पूरा कर पाएंगे जिनको पिछली सरकार में पूरा नहीं कर पाए थे.
कितनी पार्टियों ने हिस्सा लिया
इस चुनाव में पांच पार्टियों ने हिस्सा लिया. ये हैं- लेबर पार्टी (जेसिंडा आर्डर्न), नेशनल पार्टी (ज्यूडिथ कोलिन्स), न्यूजीलैंड फर्स्ट (विन्सटन पीटर्स), ग्रीन पार्टी (जेम्स शॉ) और एसीटी न्यूजीलैंड (डेविड सेमोर).
दो वोट डालने होते हैं
न्यूजीलैंड में 1996 से एमएमपी (मिक्स्ड मेंबर प्रपोर्शनल) सिस्टम है. मतदाता एक वोट पसंदीदा पार्टी और दूसरा कैंडिडेट को देता है. कैंडिडेट निर्दलीय भी हो सकता है. एमएमपी लागू होने के बाद यह पहला मौका है जब किसी एक पार्टी को बहुमत मिला है.