1. नवरात्रि पर एक पान के पत्ते पर गुलाब की पंखुड़ियां रखकर मां दुर्गा को अर्पित करें. यह उपाय धन के आगमन को सरल करने के लिए सबसे सटीक है.
2. नवरात्रि के मंगलवार के दिन एक साबूत पत्ता लेकर उसमें लौंग और इलायची रखें. उसका बीड़ा बना लें. हनुमान मंदिर में जाकर यह बीड़ा अर्पित कर दें. कर्ज की समस्या से छुटकारा पाने का यह अचूक उपाय है.
3.पान के पत्ते पर दो लौंग रखकर दोनों हाथों से जल में प्रवाहित कर दें. बरसों से कोई ख्वाहिश अधूरी है वह पूरी होगी इस सरल उपाय से.
4. पान के पत्ते की चिकनी तरफ सिंदूर से श्रीराम लिखें और नवरात्रि में आने वाले मंगलवार को हनुमान जी के समक्ष अर्पित करें. याद रखें कि इसे हनुमान जी के चरण में न रखें क्योंकि हनुमान जी श्रीराम के अनन्य भक्त हैं वे अपने चरणों में प्रभु श्रीराम को नहीं देख सकते. अत: पान के पत्ते को सिर्फ उनके सामने रख दें या आशीर्वाद की मुद्रा वाले हाथ पर चिपका दें. यह उपाय जिंदगी की सुख शांति और समृद्धि के लिए सटीक है.
5. अगर मनचाही तरक्की रूक रही है तो एक पान का पत्ते के दोनों तरफ सरसों का तेल लगाएं और इसे नवरात्रि में मां दुर्गा को अर्पित करने के बाद अपने सिर के पास रखकर सो जाएं. अगले दिन सुबह उठकर पान के पत्ते को किसी दुर्गा मंदिर के पीछे रख दें, फेंके नहीं. यह उपाय आपकी तरक्की के रास्ते खोलेगा.
6. जिन लोगों का व्यापार मंदी में है वे 9 दिनों तक नियम से 1 ही समय पर पान का बीड़ा मां दुर्गा के मंदिर में जाकर अर्पित करें. ध्यान रहे कि एक ही सुनिश्चित समय तय कर लें. मां दुर्गा आपके सफल व्यापार के लिए प्रसन्नतापूर्वक आशीष प्रदान करेंगी.
7. अगर आप अपनी आकर्षण शक्ति और प्रभावशीलता बढ़ाना चाहते हैं तो 9 दिन तक प्रात: 4 से 6 के बीच मां भुवनेश्वरी और सौभाग्यसुंदरी का ध्यान कर पान के पत्ते की जड़ को घिसकर उसका तिलक करें. ऐसा करने से आपकी बात का महत्व बढ़ेगा और खूबसूरती में वृद्धि होगी.
8. दरिद्रता और घोर आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं तो नवरात्रि के आरंभिक 5 दिन 1 पान के पत्ते पर ह्रीं लिखकर मां दुर्गा को अर्पित करें और महानवमी के बाद उन 5 पान के पत्तों को अपने पैसे रखने वाली जगह पर रख लें. यह उपाय निश्चित रूप से आपकी आर्थिक समृद्धि को तेजी से बढ़ाएगा.
9.घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास रहता है, घर की शांति प्रभावित हो रही है तो नवरात्रि में 9 दिनों तक पान के पत्ते पर केसर रखकर दुर्गा स्तोत्र और दुर्गा जी की नामावली का पाठ करें. आपके घर की सभी नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाएगी. नवरात्रि से दुर्गा चालीसा कंठस्थ कर लें और हर दिन घर से निकलते समय उसका पाठ करें. प्रति मंगलवार या रविवार परिवार के सदस्य पान का सेवन करें.
10.संतान के अभिलाषी है तो नवरात्रि के पांचवे दिन स्कंदमाता को 9 पान अर्पित करें और 9 सुहागन संतानवती स्त्री को समस्त सुहाग सामग्री के साथ भेंट करें.