चित्रकूट. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चित्रकूट में एक जनसभा को संबोधित करते हुए बड़ा ऐलान किया है. सीएम योगी ने कहा कि कोरोना समाप्त होने के बाद हमारा लक्ष्य होगा कि उत्तर प्रदेश के हर गांव से कुछ लोगों को लेकर हम अयोध्या जाएंगे, राम जन्मभूमि के दर्शन भी कराएंगे और राम मंदिर के निर्माण में कारसेवा भी कराएंगे.
उन्होंने कहा कि रामायण काल की अति प्राचीन परंपरा के वाहक दो ऋषियों की जयंती है. एक महर्षि वाल्मीकि जी, जिन्होंने भगवान राम से साक्षात्कार कराया. दूसरे राष्ट्रऋषि नानाजी, जिन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना दी. हजारों साल पहले भगवान राम प्रयागराज आए और महर्षि वाल्मीकि जी से मिलकर चित्रकूट गए थे.
उन्होंने कहा कि मैं स्वयं इस धरती के दर्शन करना चाहता था. महर्षि वाल्मीकि के दर्शन को पूज्य तुलसीदास जी ने रामकथा के रूप में घर घर पहुंचाई. भगवान श्रीराम की तपोस्थली चित्रकूट आज नए कदम बढ़ा रही है. जहां किसी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं है, वहीं राम राज्य है.
सीएम योगी ने कश्मीर का जिक्र करते हुए कहा कि विंग कमांडर अभिनंदन को छोडऩे के दौरान पाकिस्तानी सेना कांप रही थी. उन्होंने कहा कि दुश्मन को दांत खट्टे करने वाली तोपें भी चित्रकूट में बनेंगी. तुलसी, वाल्मीकि और राम की तपस्थली के साथ ये जिला दुश्मन के दांत भी खट्टे करने में अपनी भूमिका अदा करेगा.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महार्षि वाल्मीकि हम सब के पूज्य हैं. वाल्मीकि जी ने ही हम सबका भगवान राम से साक्षात्कार कराया. वाल्मीकि रामायण लौकिक भाषा का महाकाव्य है. इसीलिए वाल्मीकि जी आदिकवि कहलाए. दुनिया में राम को पहुंचाने का श्रेय महर्षि वाल्मीकि को जाता है.