लखनऊ. मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने में परिवार नियोजन सेवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. समुदाय स्तर पर परिवार नियोजन को बढ़ावा देने, इसके प्रति जागरूकता लाने और इसकी स्वीकार्यता बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार कार्य कर रही है. प्रदेश सरकार ने अब इसके व्यापक प्रचार-प्रसार को लेकर हर माह की 21 तारीख को खुशहाल परिवार दिवस मनाने का निर्णय लिया है. इस अवसर पर राज्य से लेकर गांव तक सभी स्वास्थ्य इकाईयों पर परिवार नियोजन संबंधी गतिविधियों, जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा. यह जानकारी देते हुए चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जय प्रताप सिंह ने बताया कि वह स्वयं 21 नवम्बर, 2020 को जनपद सिद्धार्थ नगर में खुशहाल परिवार दिवस के आयोजन में उपस्थित रहेंगे.
इस संबंध में मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अपर्णा उपाध्याय ने जानकारी दी है कि प्रदेश स्तर पर सभी जनपदों के जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को इस आयोजन के लिए दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने में परिवार नियोजन महत्वपूर्ण है. प्रदेश सरकार इन सेवाओं को समुदाय स्तर पर लक्ष्य निर्धारित कर इसकी स्वीकार्यता बढ़ाने पर ध्यान केन्द्रित कर रही है. इसके लिए जनपद में हर ब्लॉक पर 10 दम्पत्ति की काउंसलिंग का लक्ष्य दिया गया है. टारगेट ग्रुप में आने वाली सभी महिलाओं की लाइन लिस्टिंग शहरी एवं ग्रामीण समुदाय में आशा कार्यकर्ता द्वारा की जायेगी.
मिशन निदेशक ने यह भी बताया है कि ग्राम्य स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस (वीएचएनडी) अगर 21 तारीख को है तो इसके आयोजन में परिवार नियोजन के साधनों को केन्द्रित करते हुए ‘खुशहाल परिवार दिवस’ वृहद रूप में मनाया जायेगा. ये दिवस प्रतिमाह 21 तारीख को मनाया जायेगा और इस तिथि पर यदि कोई राष्ट्रीय अवकाश होगा तो अगले कार्य दिवस पर इसका आयोजन किया जायेगा.