नई दिल्ली. गुजरात कैडर के पूर्व आईएएस अधिकारी अरविंद कुमार शर्मा ने राजनीति के मैदान में अपनी नई परी की शुरुआत करने का फैसला कर दिया है. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि शर्मा को भाजपा विधान परिषद के चुनाव में मैदान में उतार सकती है.
चुनाव जीतने के बाद उन्हें सरकार में किसी महत्वपूर्ण पद पर जगह मिलने की भी अटकले हैं. शर्मा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अति विश्वसनीय अधिकारियों में से एक रहे हैं. यूपी के मऊ जिले के रहने वाले अरविंद कुमार शर्मा का रिटायरमेंट साल 2022 था, लेकिन उन्होंने अचानक स्वैच्छिक सेवानिवृत्त लेकर सभी को चौंका दिया था.
प्रशासनिक सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृति लेने वाले गुजरात कैडर के पूर्व आईएएस अधिकारी अरविंद कुमार शर्मा भाजपा से जुड़ गए हैं. भाजपा के प्रदेश सचिव और प्रवक्ता चंद्रमोहन ने बताया कि पूर्व आईएएस अधिकारी अरविंद कुमार शर्मा ने गुरुवार को पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली है.
बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश की 12वीं विधान परिषद सीटों के लिए 28 जनवरी को मतदान होना है और नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तारीख 18 जनवरी है. भाजपा ने अब तक अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है. वहीं समाजवादी पार्टी बुधवार को अपने दो प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है.
अरविंद कुमार शर्मा 1988 बैच के गुजरात कैडर के आईएएस अधिकारी हैं. शर्मा ने साल 2001 से 2013 तक गुजरात के कई अहम पदों पर काम किया है. गौरतलब है कि गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री बनने के बाद जब दिल्ली आए तो अरविंद शर्मा भी उनके साथ पीएमओ आ गए थे. मौजूदा समय में वो प्रधानमंत्री कार्यालय में अतिरिक्त सचिव के पद पर थे.