सीने में जकड़नी की वजह से काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। लगातार छाती की जकड़न से बैचेनी का अनुभव होता है, जिसकी वजह से रात में हमारी नींद भी खराब होती है। सीने में जकड़न की समस्या किसी भी वर्ग के लोगों को हो सकती है। छोटे बच्चों से लेकर बड़े-बुजुर्ग में यह समस्या देखने को मिल रही है। खासतौर पर बदलते मौसम के कारण छाती में जकड़न का एहसास काफी ज्यादा होता है। कोरोना से संक्रमित लोगों में भी सीने में जकड़न के लक्षण देखे गए हैं। इसलिए इस समय सीने में जकड़न की समस्या होने लोगों को चिंता में डाल देता है। अगर आपको भी छाती में जकड़न जैसा एहसास हो रहा है, तो कुछ घरेलू उपायों से आप इस परेशानी से निजात पा सकते हैं। चलिए जानते हैं उन घरेलू उपायों के बारे में –
1. भाप लें
बंद नाक और श्वसन तंत्र को खोलने में भाप लेना एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। भाप लेने से हमारी छाती में मौजूद बलगम पिघल जाता है, जिससे जकड़न की परेशानी से काफी राहत मिल सकता है। एक्सपर्ट के मुताबिक, अगर आप 42 से 45 डिग्री तापमान पर गर्म पानी से करीब 20 मिनट भाप लेते हैं, तो इससे श्वसन मार्ग का रास्ता खुलता है। ऐसे में छाती में होने वाली जकड़न की परेशानी दूर की जा सकती है।
2. नमक के पानी से करें गरारा
छाती में जकड़न को दूर करने के लिए नमक के पानी से गरारा करें। इससे गला भी साफ होगा, साथ ही छाती की जकड़न भी दूर होगी। गर्म पानी से गरारा करने से श्वसन मार्ग में फुर्ती आती है, जिससे आपके शरीर में मौजूद सारे बलगम बाहर निकल आएंगे।
3. गर्म पेय पदार्थों का करें सेवन
छाती में होने वाली जकड़न को दूर करने के लिए आप गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें। इससे आपके सीने में मौजूद बलगम पिघलेगा। गर्म पेय पदार्थों के सेवन से फेफड़ों में वायु का प्रवाह बेहतर होता है। इससे सर्दी, जुकाम, गले की खराश और थकान जैसी समस्या भी दूर होती है। गर्म पेय पदार्थ में आप ग्रीन टी, सूप, हर्बल टी, सादा गर्म पानी जैसे पेय पदार्थों का सेवन कर सकते हैं।
4. सीने के आसपास मलें गर्म तेल
छाती में दबाव या फिर जकड़न महसूस होने पर गर्म तेल से सीने के आसपास मलें। ऐसा करने से बलगम पिघलता है और जकड़न की परेशानी दूर हो सकती है। छाती पर मालिश करने के लिए आप कपूर का तेल, सरसों तेल और बादाम के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। तेल का इस्तेमाल करने से पहले इसे गर्म जरूर करें।
5. घर में मौजूद मसालों के करें सेवन
घर में मौजूद मसाले जैसे- लहसुन, अदरक, काली मिर्च, दालचीनी का इस्तेमाल आयुर्वेदिक औषधीय को तैयार करने के लिए किया जाता है। इसमें मौजू एंटी-ऑक्सीडेंट आपके शरीर में संक्रमण से लड़ने की क्षमता को बढ़ता है। विटामिन सी सर्दी, जुकाम और छाती के जकड़न को दूर करने में आपकी मदद कर सकता है। अदरक और लहसुन से तैयार हर्बल टी के सेवन से आप छाती की जकड़न को दूर कर सकते हैं।