टोक्यो. टोक्यो ओलंपिक के खेल गांव में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया है. टोक्यो ओलंपिक की शुरुआत 23 जुलाई से होने वाली है. टोक्यो ओलंपिक (के आयोजकों ने कोरोना से संक्रमित अधिकारी को 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन कर दिया है.
दो दिन पहले जापान में मौजूद एक खिलाड़ी और पांच कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाए गए थे. वहीं ब्राजील की जुडो टीम जिस होटल में ठहरी है, उसके आठ कर्मचारी संक्रमित मिले हैं. टोक्यो में लगातार पिछले एक महीने से कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं. 15 जुलाई को टोक्यो में कोरोना वायरस के 1308 मामले सामने आए थे.
बता दें कि कुछ दिनों पहले ही कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते जापान की राजधानी में टोक्यो में आपातकाल लागू कर दिया गया था. छह सप्ताह का यह आपातकाल 22 अगस्त तक लागू रहेगा. महामारी के शुरू होने के बाद यह चौथी बार है, जब टोक्यो में आपातकाल लागू किया गया है. आपातकाल के दौरान पार्क, संग्रहालय, थिएटर और अधिकांश दुकानें एवं रेस्तरां को रात 8 बजे बंद करने का अनुरोध किया गया है.
13 जुलाई को ओलंपिक गांव खोला गया था. खेल गांव में खिलाड़ियों की हर दिन कोरोना जांच होगी. खिलाड़ियों को कोविड-19 की दो जांच रिपोर्ट के साथ जापान पहुंचना होगा और यहां पहुंचने पर उनकी एक और जांच होगी. उनके लिए गांव में मास्क पहनना भी आवश्यक होगा, भले ही उन्हें टीका लगाया गया हो. उन्हें कमरे में संकेतों के साथ सामाजिक दूरी, हाथ धोने जैसे चीजों के बारे में लगातार याद दिलाया जाएगा. ओलंपिक के लिए लगभग 11,000 और 24 अगस्त से शुरू होने वाले पैरालंपिक के लिए लगभग 4,400 एथलीटों के आने की उम्मीद है. अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने कहा है कि गांव में आने वाले लगभग 80% से अधिक लोगों को टीके का दोनों डोज लग चुके हैं.
टोक्यो ओलंपिक में इस बार खिलाड़ियों को पदक को गले में डालकर नहीं दिया जायेगा. इसके अलावा टोक्यो में समारोह के दौरान कोई भी एक-दूसरे से हाथ नहीं मिलायेगा और न ही कोई किसी को गले लगाएगा. पदक खिलाड़ी को ट्रे में पेश किये जायेंगे और फिर एथलीट पदक लेकर खुद अपने गले में डालेंगे. साथ ही यह सुनिश्चित किया जायेगा कि जो भी व्यक्ति ट्रे में पदक रखेगा, वह कीटाणुरहित दस्ताने पहनकर ही इन्हें ट्रे में रखेगा ताकि सुनिश्चित हो कि किसी ने भी पदकों को छुआ नहीं हो.