प्रदेश सरकार युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराये जाने के लिये दृढ़ संकल्प है। इसी कड़ी में आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के माध्यम से चयनित 130 आबकारी निरीक्षकों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया। मुख्यमंत्री के कर-कमलों से नियुक्ति पत्र पाकर आबकारी निरीक्षकों के चेहरे खिल उठे। इस शुभ अवसर पर श्री रामनरेश अग्निहोत्री, मंत्री आबकारी एवं मद्य निषेध के साथ अन्य गणमान्य अतिथि भी उपस्थित रहे।
नियुक्ति पत्र प्रदान करने के पश्चात् मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ द्वारा नवनियुक्त आबकारी निरीक्षकों को सम्बोधित करते हुए कहा गया कि सरकार की पारदर्शी, निष्पक्ष एवं समयबद्ध कार्यप्रणाली के कारण सरकारी विभागों में चयन की प्रक्रिया अब समय से पूर्ण हो रही है। आबकारी एक अत्यन्त महत्वपूर्ण विभाग है, जो मादक वस्तुओं के अवैध व्यापार को रोकने के साथ-साथ राजस्व अर्जित कर प्रदेश के संसाधनों एवं विकास के कार्यों में सराहनीय योगदान करता है। विभागीय कार्य-कलापों में पारदर्शिता लाने एवं प्रदेश में उद्योगों को सहज एवं सुगम वातावरण उपलब्ध कराने हेतु ईज आफ डूइंग बिजनेस के अन्तर्गत विभाग द्वारा शीरा एवं अल्कोहल के उठान एवं वितरण की सम्पूर्ण प्रक्रिया को आनलाइन कर दिया गया है। मदिरा एवं भांग की दुकानों का व्यवस्थापन आनलाइन ई-लाटरी प्रणाली से कराया जा रहा है। सरकार रोजगार के अवसर सृजित करने के लिये लगातार कदम उठा रही है, जिसके क्रम में प्रदेश में कई नई आसवनियॉं, सैनिटाइजर इकाईयॉं एवं माइक्रो ब्रिवरीज स्थापित की गयी है।
मुख्यमंत्री द्वारा अन्त में नवनियुक्त आबकारी निरीक्षकों को शासकीय सेवा में आने की बधाई दी गई तथा निष्पक्ष एवं पारदर्शी रहकर राजकीय दायित्वों का पूर्ण निष्ठा एवं लगन के साथ निर्वहन करने की आशा व्यक्त की गयी।
इसी क्रम में रामनरेश अग्निहोत्री, आबकारी मंत्री द्वारा विभाग को 130 आबकारी निरीक्षक प्रदान करने के लिये मुख्यमंत्री जी का आभार व्यक्त किया गया तथा नवनियुक्त आबकारी निरीक्षकों को सम्बोधित करते हुए बताया गया कि प्रदेश के कर राजस्व में आबकारी विभाग का दूसरा स्थान है, जो सरकार की पारदर्शी एवं निष्पक्ष नीति के कारण सम्भव हुआ है। देश में शीरा एवं अल्कोहल के उत्पादन में भी उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान रखता है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश भारत सरकार की कच्चे पेट्रोलियम पदाथों पर निर्भरता कम करने एवं गन्ना किसानों को गन्ना मूल्य के भुगतान की व्यवस्था सुदृढ़ करने हेतु पेट्रोल में एथनाल मिश्रित किये जाने में महत्वपूर्ण योगदान कर रहा है। एथनाल की आपूर्ति करने वाले प्रदेशों में उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर है। सम्पूर्ण भारत की आपूर्ति का लगभग 34 प्रतिशत की आपूर्ति उत्तर प्रदेश से हो रही है। मुख्यमंत्री जी की प्रेरणा एवं अपर मुख्य सचिव के कुशल प्रबंधन से प्रदेश में 97 इकाईयों को अल्कोहलयुक्त सैनिटाइजर उत्पादन की अनुमति प्रदान कर कोविड-19 महामारी की रोकथाम हेतु सैनिटाइजर का रिकार्ड उत्पादन कराया गया।
आबकारी मंत्री द्वारा नवनियुक्त आबकारी निरीक्षकों को शासकीय सेवा में आने की बधाई देते हुए उनसे यह अपेक्षा की गयी कि वे अपने दायित्वों का कुशलतापूर्वक निर्वहन करेंगे और कभी भी ऐसा कार्य नहीं करेंगे जिससे कि प्रदेश सरकार एवं आबकारी विभाग की छवि धूमिल हो।