लखनऊ- समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भारत समाचार न्यूज चैनल पर ई.डी. छापे को सच को दबाने की बदले की कार्रवाई बताते हुए इसकी निंदा की हैं। उन्होंने कहा है कि भाजपा सरकार द्वारा लोकतांत्रिक संस्थाओं का दमन और अभिव्यक्ति की आजादी पर चोट अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक है।
यादव ने कहा कि जो जनता की बात करते हुए सरकार की नाकामियों और सच्चाई को उजागर कर रहे हैं उन्हें डराने के लिए ई.डी. जैसी अनेक जांच संस्थायें दिल्ली और लखनऊ में सक्रिय हो गयी है। इससे ज्यादा भारत के लोकतंत्र के लिए कोई दुर्भाग्य नहीं हो सकता। जहां सरकारी संस्थाएं जनता की आवाज दबा रही हैं। स्वस्थ लोकतंत्र में असहमति और नाराजगी सामने आनी चाहिए। लेकिन भाजपा सरकार अपने खिलाफ एक शब्द नहीं सुनना चाहती। इसलिए इस तरह की कार्यवाहियां सबके ऊपर हो रही हैं। यह दुःखद है। सरकार को ऐसी कार्यवाही नहीं करनी चाहिए।
इससे लोकतंत्र की विश्वसनीयता खण्डित हो रही है। निष्पक्ष लोग लोकतंत्र के स्तम्भ और हिस्सा है। इनका उत्पीड़न कर भाजपा इसे कमजोर कर रही है।
इसी तरह दैनिक भास्कर अखबार पर भी छापेमारी लोकतंत्र के नैतिक मूल्यों के विरूद्ध सरकारी साज़िश है। यादव ने कहा कि जब प्रेस आजाद नहीं है, राजनैतिक दल स्वतंत्र नहीं है और जनता को नियंत्रित करने में सत्ताधारी दल नैतिकता की सारी सीमाएं लांघ रहा है। ऐसे में सरकार को याद रखना चाहिए कि समय आने पर जनता सरकार को हटाना बखूबी जानती है।