इस्लामाबाद. भारत में पेगासस जासूसी मामले ने देश की राजनीति को संसद से लेकर सड़क तक हिला कर रख दिया है. तो वहीं, केंद्र की मोदी सरकार ने खुद पर लगे जासूसी के इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसको जानबूझकर फैलाया गया भ्रम बता रही है, जिससे देश की छवि खराब की जा सके.
उधर, भारत से बाहर भी इस मुद्दे पर काफी गहन विचार-विमर्श किया जा रहा है, तो इस मामले में पाकिस्तान ने भी अपना हाथ अड़ा दिया है. पाकिस्तान ने मीडिया में आई उन खबरों पर गंभीर चिंता व्यक्त की है, जिनमें कहा गया है कि भारत ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान सहित विदेशियों की इजराइल के स्पाईवेयर पेगासस के जरिए कथित तौर पर जासूसी की है. पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र से मामले की जांच कराने का अनुरोध भी किया है.
मीडिया में आई खबरों के अनुसार खान इजराइल की कंपनी एनएसओ द्वारा निर्मित स्पाईवेयर पेगासस के जरिए निशाने पर थे. विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर भारत के कथित जासूसी मामले में मीडिया के सवालों पर जवाब दिया. विदेश मंत्रालय ने कहा, हमने अंतरराष्ट्रीय मीडिया की उन खबरों पर गंभीर चिंता व्यक्त की है जिनमें भारत सरकार द्वारा अपने नागरिकों, विदेशी नागरिकों तथा प्रधानमंत्री इमरान खान की इजराइल के स्पाईवेयर के जरिए जासूसी अभियान चलाने का भंडाफोड़ किया गया है.
बयान में कहा गया, हम इस खुलासे पर करीब से नजर रख रहे हैं और वैश्विक मंच का ध्यान भारत के इस कृत्य की ओर आकर्षित करेंगे. पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र की संबंधित इकाइयों से मामले की गहन जांच करने की भी मांग की और तथ्यों को सामने लाने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. वहीं भारत ने सोमवार को पेगासस जासूसी से जुड़े सभी आरोपों को खारिज किया था और कहा था कि भारतीय लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही है.