लखनऊ. यूपी में ओवैसी की पार्टी का समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन की खबरों का AIMIM ने पूरी तरह से खंडन किया है. यूपी AIMIM प्रमुख शौकत अली ने कहा कि सत्ता में आने के बाद पार्टी एसपी के साथ गठबंधन नहीं करेगी. साथ ही उन सभी मीडिया रिपोर्टों का खंडन किया है, जिसमें कहा गया है कि सपा के साथ गठबंधन के लिए एक मुस्लिम डिप्टी सीएम बनाए जाने की शर्त ओवैसी ने रखी थी.
दरअसल पहले AIMIM की तरफ से कहा गया था कि अगर सपा भागीदारी संकल्प मोर्चा के किसी एक मुस्लिम विधायक को यूपी का डिप्टी सीएम बनाने पर राजी होती है तो वह अखिलेश की पार्टी के साथ गठबंधन के लिए राजी है. लेकिन अब शौकत अली ने पार्टी के इस दावे को खारिज कर दिया है. उनका कहना है कि इस बारे में सभी मीडिया रिपोर्ट्स गलत है. पार्टी ऐसा कुछ भी नहीं करने जा रही है.
यूपी में अपनी पेंठ बनाने के लिए ओवैसी की पार्टी ने ओपी राजभर के भागीदारी जन संकल्प मोर्चा के साथ गठबंधन किया है. पहले सपा के साथ गठबंधन की बात चर्चा में आई थी. लेकिन अब शौकत अली ने उन सभी मीडिया रिपोर्टो का खंडन कर दिया है, जिसमें मुस्लिम डिप्टी सीएम के लिए सपा से गठबंधन की शर्त की बात कही गई थी.
पहले शौकत अली ने कहा था कि अपने अगस्त दौरे पर ओवैसी गठबंधन के बारे में बातचीत कर सकते हैं. इससे पहले ओवैसी बहराइच समेत यूपी के कई और जिलों के दौरा कर सकते हैं. दरअसल अगले साल होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव को देखते हुए एआईएमआईएम पूरी जोरआजमाइश कर रही है. पार्टी कोई भी मौका हाथ से जाने नहीं देना चाहती है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ऑल इण्डिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-ए-मुस्लमीन (AIMIM) के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने कहा कि भागीदारी संकल्प मोर्चा समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने को तैयार है मगर इसमें शर्त यह रहेगी कि सरकार बनने पर उप मुख्यमंत्री मोर्चे के किसी वरिष्ठ मुस्लिम विधायक को बनाया जाए. लेकिन अब इन रिपोर्ट्स का खंडन पार्टी की तरफ से किया गया है.