मास्को. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सख्त चेतावनी दी कि रूस की नौसेना शत्रुओं के लक्ष्यों पर हमला करने के लिए एकदम तैयार है. खास बात यह है कि राष्ट्रपति पुतिन का यह बयान क्रीमिया को लेकर अमेरिका और ब्रिटेन के साथ चल रहे तनाव के बीच आया है. दरअसल, वर्ष 2014 में रूस ने क्रीमिया को यूक्रेन से जबरन अलग कर दिया था लेकिन अभी भी ज्यादातर दुनिया क्रीमिया को यूक्रेन का हिस्सा मानती है. अमेरिका और ब्रिटेन के तनाव के बीच ही रूस ने अपने सबसे आधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम S-500 और जिरकॉन हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण किया है.
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने नौसेना दिवस पर सेंट पीटर्सबर्ग में आयोजित एक विशाल परेड समारोह में कहा कि हम पानी के अंदर, पानी के ऊपर और हवा में उड़ रहे दुश्मनों की पहचान करने और उनको करारा जवाब देने में सक्षम हैं. उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो हम हमला भी कर सकते हैं. राष्ट्रपति ने रूस के नए हथियारों को अपराजेय करार दिया. बता दें कि हाल में क्रीमिया प्रायद्वीप के पास ब्रिटेन के युद्धपोत भेजने पर रूस ने अपने लड़ाकू विमान भेजे थे. इससे दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया था.
इस दौरान रूस ने ब्रिटिश युद्धपोत के पास बम बरसाए थे. राष्ट्रपति ने इस घटना के बाद पिछले महीने यह कहा था कि रूस ब्रिटिश युद्धपोत को डुबो सकता था, जो अवैध रूप से उसके क्षेत्रीय जल सीमा में घुस रहा था. उन्होंने आरोप लगाया था कि अमेरिका इस तनाव को भड़का रहा है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि रूसी नौसेना के पास आज वह हर चीज है जिसकी उसे अपने देश की सुरक्षा और राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए जरूरत है.
हालांकि ब्रिटिश सरकार ने रूस के बम गिराने के दावे का खंडन किया था. इसके पूर्व राष्ट्रपति पुतिन कह चुके हैं कि रूस ने दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में अपनी जगह बनाई है. रूस ने हाइपरसोनिक मिसाइल बनाई, जिसका अभी तक दुनिया में तोड़ नहीं है. बता दें कि कई देश अब इस मिसाइल को बनाने का प्रयास कर रहे हैं. रूस के पास अभी परमाणु हथियारों का दूसरा सबसे बड़ा भंडार है.