लखनऊ. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री ओम प्रकाश राजभर यूपी विधानसभा चुनावों से पहले प्रदेश के सभी राजनीतिक दलों के प्रमुख से लगभग मिल चुके हैं. इसी क्रम में ओम प्रकाश राजभर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह से मिलने उनके आवास पर पहुंचे. भाजपा नेता दयाशंकर सिंह भी उनके साथ थे. यह मुलाकात करीब 1 घंटे चली.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष से मुलाकात के क्या मायने निकालें जाएं के सवाल पर राजभर ने कहा कि वैसे बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष से मुलाकात तो शिष्टाचार मुलाकात थी, लेकिन राजनीति में कौन-कौन क्या कर रहा है, इसकी थाह समय-समय पर लेते रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि दो बड़े नेता व्यक्तिगत मुलाकात भी कर सकते हैं. जब ममता बनर्जी और सोनिया गांधी मिल सकती हैं, जब मायावती और अखिलेश मिल सकते हैं तो राजनीति में कुछ भी सम्भव है.
ओमप्रकाश राजभर ने कांग्रेस के सवाल पर कहा, कांग्रेस की चाय लल्लू जी के साथ अभी बाकी है. जल्द ही उनकी भी चाय पीएंगे. गौरतलब है कि सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर इससे पहले 2017 में भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़े थे और बीजेपी सरकार में कैबिनेट मंत्री बने थे, लेकिन बाद में बागी की भूमिका में आ गए और बीजेपी का साथ छोड़ दिया.
इस बीच एंटी बीजेपी की भूमिका में रहते हुए ओमप्रकाश राजभर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव से भी मुलाकात कर चुके हैं. सपा प्रमुख के चाचा और प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव से भी लगातार संपर्क में हैं. AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी से भी उनकी मुलाकात हो चुकी है. यही नहीं आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह से भी मुलाकातों का दौर चला चुके हैं.
ऐसे में ओमप्रकाश राजभर का कहना है कि हम सभी छोटे दलों को एक साथ मिलाकर मोर्चा तैयार किए हैं, जो चुनावी मैदान में उतरेगा. इस तरह की मुलाकातें राजनीतिक नब्ज पहचानने के लिए जरूरी होती हैं. वैसे जानकारों की राय है कि ओमप्रकाश राजभर प्रेशर पॉलिटिक्स कर रहे हैं और जहां उन्हें फायदा होगा, वह वहां जाने से गुरेज नहीं करेंगे.