गोरखपुर. यूपी के गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारे लिए यह गर्व की अनुभूति है कि भगवान श्रीराम हमारे पूर्वज हैं. किसी को भी इसे बताने में संकोच नहीं होना चाहिए. उन्होंने बताया कि मुस्लिम देश इंडोनेशिया के रामलीला कलाकार अयोध्या में रामलीला करने आए थे. उनके नाम संस्कृतनिष्ठ थे. पूछने पर उन्होंने बताया कि वह इस्लाम धर्म को मानते हैं, लेकिन उनके पूर्वज श्रीराम हैं. जब उन मुस्लिम कलाकारों को श्रीराम के पूर्वज होने में गर्व की अनुभूति होती है, तो इस पर सवाल ही नहीं बनता. अब यहां के जो लोग श्रीराम को अपना पूर्वज नहीं मानते, उनके डीएनए पर थोड़ा शक तो होता ही है.
इसके साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महिला सुरक्षा सम्मान स्वावलंबन उनकी सरकार की प्राथमिकता है. इसी दृष्टिगत 2020 में मिशन शक्ति शुरुआत की गई है. उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड में महिला समूह द्वारा संचालित बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनी जैसा प्रयोग गोरखपुर बस्ती मंडल, अयोध्या, बदायूं व आसपास के क्षेत्रों में भी शुरू किया जायेगा. इसके लिए कार्यवाही प्रारंभ कर दी गई है. उन्होंने बताया कि बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर ने 2 साल में 800 करोड़ का बिजनेस करते हुए 6 करोड़ का शुद्ध लाभ कमाया है. महिलाओं की शिक्षा व उनकी आत्मनिर्भरता के लिए सरकार लगातार कदम उठा रही है. प्रदेश में 30,000 बालिकाएं पुलिस में भर्ती की गई हैं. जबकि राज्य में सवा लाख शिक्षकों की भर्ती में 55 प्रतिशत की हिस्सेदारी महिलाओं की है.
पूरे यूपी पर है सरकार का फोकस
सीएम योगी ने कहा कि उनका फोकस सिर्फ गोरखपुर पर नहीं है बल्कि पूरे प्रदेश के विकास के लिए वह सतत प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे, बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे, गंगा एक्सप्रेसवे जैसे तमाम इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रोजेक्ट पूरे प्रदेश के लिए हैं. सभी तहसील मुख्यालयों को टू लेन व फोरलेन से जोड़ा जा रहा है. प्रदेश के 54 नाके दूसरे राज्यों से लगते हैं, इसलिए फोकस इंटरस्टेट कनेक्टिविटी पर है. इसके अलावा उन्होंने बताया कि दिल्ली से मेरठ के बीच 12 लेन की सड़क बनाई जाएगी.