नई दिल्ली. भारत पहली अगस्त को एक महीने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष बना है. यूएनएससी की अध्यक्षता संभालने के बाद भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह इसका सकारात्मक इस्तेमाल करने को पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को भारत के कार्यकाल में होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि पहली बार भारत का कोई प्रधानमंत्री संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में आयोजित होने वाली एक बैठक की अध्यक्षता करेगा
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि इस महीने हम एक सिग्नेचर इवेंट आयोजित करेंगे जो तीन अहम क्षेत्रों पर केंद्रित होगा. ये तीनों क्षेत्र समुद्र की सुरक्षा, शांति अभियान और आतंक के खिलाफ मुहिम से जुड़े हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नौ अगस्त को एक उच्चस्तरीय वर्चुअल ओपन डिबेट की अध्यक्षता करेंगे. इस बैठक का मुद्दा समुद्र की सुरक्षा को लेकर होगा. यह नहीं इसमें अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के मसले पर भी चर्चा की जाएगी.
अरिंदम बागची ने यह भी बताया कि भारत अफगानिस्तान में विकसित हो रही सुरक्षा स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अफगानिस्तान के मसले पर शुक्रवार को चर्चा की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस चर्चा में हम अफगानिस्तान मुद्दे पर अपने विचार और दृष्टिकोण साझा करेंगे. अफगानिस्तान के साथ हमारे घनिष्ठ संबंध हैं जो रणनीतिक साझेदारी समझौते द्वारा निर्देशित हैं. इस समझौते पर दोनों देशों ने 2011 में हस्ताक्षर किए थे
बागची ने कहा कि नौ अगस्त को आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इतिहास रचेंगे. ऐसा पहली बार होगा जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में किसी बैठक की अध्यक्षता करेगा. भारत एक शांतिपूर्ण, लोकतांत्रिक और समृद्ध भविष्य के लिए अफगानिस्तान की सरकार और लोगों की आकांक्षाओं को साकार करने का समर्थन कर रहा है. भारत महिलाओं और अल्पसंख्यकों समेत अफगान समाज के सभी वर्गों के हितों की रक्षा के लिए अफगानिस्तान सरकार का समर्थन कर रहा है.