रामपुर. उत्तर प्रदेश के रामपुर जनपद में रेडिको खेतान फैक्ट्री की और से बिलासपुर तहसील के सीएचसी में ऑक्सीजन सिलेंडर फिलिग सेंटर लगवाया गया है. जिसका उद्घाटन करने के लिए प्रदेश सरकार के जलशक्ति राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख और जिलाधिकारी रविंद्र सिंह मांदड़ को बुलाया गया था. राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख उद्घाटन कार्यक्रम में जा ही रहे थे कि बीच रास्ते मे लोगों ने उनकी लग्जरी गाड़ी रोक ली और उन्हें नीचे उतारा. उसके बाद कीचड़ भरे रास्ते पर पैदल चलाया.
दरअसल, राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख के विधानसभा क्षेत्र बिलासपुर के सीएचसी (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) और बिलासपुर मंडी को जाने वाला रास्ता काफी समय से खराब है. कई बार शिकायत करने के बाद भी नगर पालिका बिलासपुर द्वारा सड़क को दुरुस्त नहीं करवाया गया. बारिश के पानी से रास्ता इतना खराब हो गया कि पैदल तो दूर गाड़ी से निकलना लोगों का दुश्वार हो गया है. अस्पताल आने जाने वाले मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. आज उसी रास्ते से योगी सरकार के जल शक्ति राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख सरकारी अस्पताल में आयोजित कार्यक्रम में जा रहे थे कि रास्ते मे लोगों ने उन्हें गाड़ी से उतारकर कीचड़ में पैदल चलाया और उसके बाद उदघाटन कार्यक्रम में जाने दिया.
मंत्री जी ने अधिकारियों को हड़काया
इस घटना से मंत्री जी को काफी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा और उद्घाटन करने के बाद मंत्री जी ने मंच से ही नगर पालिका के ईओ का नाम लिए बगैर जमकर हड़काया. अधिकारियों पर ठीकरा फोड़ते हुए राज्य मंत्री ने कहा कि बहुत सारे नालायक आदमी है यहां पर, जिनको कहने के बाद भी मोटी चमड़ी पर कोई असर नहीं होता. कई बार कहने के बाद भी उनके सिर पर जूं नहीं रेंगती. डीएम व एसडीएम से लेकर हम सभी जितना प्रयास करते हैं, यह उसको उतना ही धराशाई करने का काम करते हैं.
राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख ने कहा कि पिछली बार जब केंद्रीय मंत्री नकवी जी आये थे. इस दो महीने के बीच में भी यह कुछ करा नहीं पाए. इसलिए हमें यह बात कहनी पड़ रही है. जब राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख से पूछा गया कि उन्होंने यह सब किसके लिए कहा तो उन्होंने कहा कि जो वहां पर थे वो समझ गए होंगे. इससे पहले शिलान्यास किया गया था तो केंद्रीय मंत्री यहां मौजूद थे, उन्होंने भी जल्द सड़क निर्माण के लिए कहा था.उसके बाद भी काम नहीं हुआ. पहले भी कई बार कहा गया लेकिन उनके न करने की वजह से आज यह बात कहनी पड़ी.