- नवाबों के शहर में हुई बेहद ही अहम और नायाब पहल का असर
- ताज नगरी में भी होली पर मुसलमानों ने भाईचारे का संकेत दिया
लखनऊ। प्रदेश की राजघानी लखनऊ में हाल ही में होली के चलते जुमे की नमाज का वक्त बदले जाने की बेहद ही अहम और नायाब पहल का असर अब बाकि जिलों में भी दिखने लगा है जिसके तहत ताज नगरी में होली के त्योहार पर मुसलमानों ने भाईचारे का संकेत देते हुए जुमे की नमाज के वक्त में बदलाव करने की अपील की है।
गौरतलब है कि शाही जामा मस्जिद में आयोजित बैठक में इस्लामियां लोकल एजेंसी के चेयरमैन हाजी असलम कुरैशी ने कहा कि शुक्रवार को होली का त्योहार है। इस दिन हमारे हिंदू भाई रंगों से होली खेलते हैं। शाही जामा मस्जिद समेत अन्य मस्जिदों में दोपहर 1 बजे होने वाली नमाज 1.30 बजे और 1.30 बजे होने वाली नमाज दोपहर 2 बजे के बाद अदा कराने को कहा है।
उन्होंने कहा कि यहां सभी मजहबों के लोग सभी त्योहारों को मिल जुलकर मनाते हैं। कुरैशी ने सभी मुस्लिमों और मस्जिदों के मुतवल्ली व इमामों से गुजारिश की है कि वह सुहलकुल की नगरी से एक मिसाल पेश करें। कुरैशी ने कहा कि होली पर जुमे की नमाज को तय समय से आधा घंटे की देरी से अदा कराएं। उन्होंने कहा कि साथ ही किसी नमाजी पर रंग गिर भी जाए तो इसे तूल नहीं दें। होली का त्योहार मिल जुलकर मनाएं। उन्होंने बताया कि एजेंसी जिले की 38 मस्जिदों की देखरेख करती है।
ज्ञात हो कि नवाबों के शहर लखनऊ में भाईचारे को कायम रखने के लिए उलमा की तरफ से जुमे की नमाज का समय दोपहर एक बजे के बाद रखने की अपील की गई है। लखनऊ के ऐतिहासिक बड़ा इमामबाड़ा की आसिफी मस्जिद में जुमे की नमाम होली के कारण 12.30 के बजाय दोपहर एक बजे होगी। मंगलवार को इमाम-ए-जुमा मौलाना कल्बे जवाद ने मंलगवार को बयान जारी कर इस बात का ऐलान किया है। मौलाना ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, होली के दिन हमारे हिन्दू भाई द्वारा रंगो का त्यौहार मनाया जाता है ऐसे में किसी को भी परेशानी ना उठानी पड़े उसी के लिए जुमे की नमाज का समय बदला गया है. लेकिन अजान अपने तय समय पर ही होगी।
ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने भी जुमे की नमाज का टाइम बदलने के उलमा के फैसले का समर्थन किया था। महली ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि देश में हिन्दू-मुसलमान दोनों ही एक दूसरे के धार्मिक भावनाओं का ध्यान रखते हैं। इस बार होली के त्यौहार में रंग 2 मार्च को खेला जाएगा और उसी दिन जुमा भी है। इसलिए हम चाहते हैं कि हमारे हिन्दू भाईयों के त्यौहार का सभी मुसलमान भाई ध्यान रखें।