काबुल. तालिबान ने अफगान नागरिकों से देश से भागने के बजाय मुल्क की तरक्की के लिए काम करने की अपील की है. बता दें कि अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद लोग देश छोडऩे की कोशिश में हैं. फ?िलहाल तालिबान ने ऐसे लोगों के लिए एक बयान जारी किया है कि जो लोग देश से बाहर जाना चाहते हैं वे कमर्शियल उड़ानों के दोबारा शुरू होने के बाद उचित दस्तावेजों के साथ और सम्मानजनक तरीके से विदेशों की यात्रा कर सकते हैं.
अफगानी नागरिक देश छोडऩे के लिए करना होगा इंतजार
तालिबान ने पहले तो कहा है कि देश के नागरिकों को बाहर नहीं जाना चाहिए. उन्हें देश हित में काम करना चाहिए. उधर, तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के उप निदेशक शेर मोहम्मद अब्बास स्टानिकजई ने कहा कि जो अफगानी नागरिक देश छोडऩा चाहते हैं, उनको इंतजार करना होगा. वे देश में वाणिज्यिक उड़ानों की बहाली के बाद से पासपोर्ट और वीजा दस्तावेजों के साथ सम्मानजनक और शांतिपूर्वक तरीके से देश के बाहर जा सकते हैं. तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के अंग्रेजी मीडिया प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने ट्विवट पर इसकी जानकारी दी.
हजारों अफगान नागरिक काबुल स्थित एयरपोर्ट पर एकत्र
काबुल में बम धमाकों के बाद भी हजारों अफगान नागरिक काबुल स्थित एयरपोर्ट पर एकत्र हैं. तालिबान के डर से वह देश छोड़कर जाना चाहते हैं. इस प्रयास में अब तक अनेक लोगों की जान चली गई है. गुरुवार को हुए आत्मघाती धमाके में करीब 170 अफगान नागरिक और 13 अमेरिकी सैनिक मारे गए. 36 घंटे के भीतर अमेरिका ने आईएसआईएस-के के ठिकानों पर ड्रोन हमला कर इसका बदला ले लिया और कहा कि हमले का मुख्य साजिशकर्ता मारा गया है. शनिवार को एक और आत्मघाती हमले का अलर्ट जारी करते हुए अमेरिका ने सैनिकों और नागरिकों को एयरपोर्ट से दूर रहने की सलाह दी.
लोगों से की प्रगति के लिए काम करने की अपील
पिछले हफ्ते तालिबान ने अफगान इमामों से पहली जुमे की नमाज के दौरान आतंकी समूह के बारे में नकारात्मक खबरों का मुकाबला करने के लिए कहा था. तालिबान अफगान नागरिकों से अपील कर रहा है कि वह देश छोड़कर न भागें. समूह ने कहा कि इमामों को हमारे देशवासियों को प्रोत्साहित करना चाहिए कि वे देश की प्रगति के लिए काम करें न कि देश छोडऩे की कोशिश करें. इमामों को दुश्मन के नकारात्मक प्रचार का जवाब देना चाहिए.