नई दिल्ली. भारतीय सेना के गुप्त दस्तावेजों को पाकिस्तान को देने का एक मामला सामने आया है. भारतीय सेना के गुप्त दस्तावेजों की सप्लाई करने के आरोप में रेलवे डाक सेवा के 27 वर्षीय एक अधिकारी को गिरफ्तार किया गया. अधिकारी पर आरोप है कि उसने एक पाकिस्तानी महिला एजेंट को डॉक्यूमेंट सप्लाई किए.
जांच के बाद मामले में संलिप्तता के आधार पर अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. जांच टीम आरोपी से पूछताछ कर मामले की तह तक जाने की कोशिश में लगी हुई है. आरोपी की पहचान भरत भावरी नाम के रूप में हुई है. भारतीय सेना की दक्षिणी कमान और राजस्थान राज्य खुफिया विभाग की मिलिट्री इंटेलीजेंस टीम ने इस मामले में आरोपी अधिकारी को गिरफ्तार किया है.
शुरुआती जांच के आधार पर आरोपी अधिकारी हनीट्रैप का शिकार बताया जा रहा है. खुफिया एजेंसी ने इस संबंध में जानकारी शेयर करते हुए बताया है कि जोधपुर जिले का रहने वाला भावरी तीन साल पहले डाकघर विभाग में पोस्ट हुआ था. जांच एजेंसी के मुताबिक आरोपी कम से कम चार महीने पहले पाकिस्तानी महिला से फेसबुक के जरिए संपर्क में आया था. जिसके बाद अधिकारी और महिला की फेसबुक पर बातचीत शुरू हुई थी.
पाकिस्तानी महिला ने अधिकारी को वॉट्सएप वॉयस कॉल और वीडियो कॉल भी किए. इन कथित कॉल्स के जरिए महिला ने आरोपी को बताया था कि वह पोर्ट ब्लेयर की रहने वाली है और एमबीबीएस कर रही है. बात बढ़ी तो बाद में पाकिस्तानी महिला ने धीरे-धीरे भारतीय सेना से संबंधित फोटो की अधिकारी से मांग की. यही नहीं उसने आरोपी से जयपुर में मिलने का अनुरोध भी किया. एजेंसी ने कहा है कि उसने कथित तौर पर आरोपी को अपनी तस्वीरें भी भेजीं. आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम 1923 के तहत मामला दर्ज किया गया है.