- रुझानों में उत्तर पूर्व में भगवा लहर नजर आ रही
- 59 में से 40 सीटों पर बढ़त के साथ बहुमत पाते हुए
- भाजपा ने लेफ्ट के 25 साल के शासन को पछाड़ा
- नागालैण्ड में भाजपा की अगुवाई वाला गठबंधन बढ़त में
नई दिल्ली। पूर्वोत्तर के तीन राज्य त्रिपुरा, मेघालय और नागालैण्ड में हुए विधानसभा चुनाव के अब तक आए रुझानों को देखें तो उत्तर पूर्व में भगवा लहर नजर आ रही है। भाजपा के इस प्रदर्शन को लेकर पूर्वोत्तर के प्रभारी राम माधव ने इसे एतिहासिक जीत करार दिया है। वहीं रुझानों को देखते हुए भाजपा समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई है और जश्न का दौर शुरू हो गया है।
गौरतलब है कि त्रिपुरा, नागालैण्ड और मेघालय विधानसभा चुनाव के लिए 857 उम्मीदवारों के किस्मत का फैसला आज होना है जिसके तहत तीन पूर्वोत्तर राज्यों में डाले गए मतों की आज कड़ी सुरक्षा के बीच गणना शुरू हो गई। त्रिपुरा में भाजपा ने बहुमत हासिल करने के करीब है। जबकि वहीं मेघालय में कांग्रेस सबसे आगे जाती दिख रही है। नागालैण्ड में भाजपा की अगुवाई वाला गठबंधन बढ़त बनाता नजर आ रहा है। त्रिपुरा में 18 फरवरी, मेघालय और नागालैंड में 27 फरवरी को मतदान हुआ था।
बेहद दिलचस्प और अहम बात है कि त्रिपुरा में भाजपा ने लेफ्ट के 25 साल के शासन को पछाड़ते हुए 59 में से 40 सीटों पर बढ़त के साथ बहुमत पाते हुए दिख रही है वहीं सत्ताधारी पार्टी लेफ्ट महज 19 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं।
वहीं नागालैण्ड में भी भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आई है। अब तक आए रुझानों में भाजपा और एनडीपीपी गठबंधन 60 में से 29 सीटों पर आगे है वहीं एनपीएफ 26 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। कांग्रेस यह महज 1 सीट पर आगे दिख रही है।
हालांकि, मेघालय में कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा रहा है और उसकने 21 सीटों पर बढ़त बनाई है जबकि एनपीपी 17 सीटों पर आगे हैं। इसके अलावा अन्य को 15 सीटें मिलती दिख रहीं है जबकि भाजपा 6 सीटों पर ही आगे है।
तीनों राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए हाल ही में मतदान हुआ था। एक्जिट पोल की मानें तो इन तीनों राज्यों में इस बार भाजपा एक बड़ी ताकत के रूप में उभरेगी। नगालैंड में भाजपा नीफियू रियो की नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) के साथ चुनावी वैतरणी पार लगाने की उम्मीद में है। दोनों गठबंधन भागीदारों में से एनडीपीपी ने 40 और बीजेपी ने बाकी 20 सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं। साल 1963 में नगालैंड के अस्तित्व में आने के बाद कांग्रेस ने तीन मुख्यमंत्री दिए। लेकिन वह अब केवल 18 सीटों पर लड़ रही है, जबकि बीजेपी यहां 20 सीटों पर खड़ी है फिलहाल यहां नगा पीपुल्स फ्रंट की सरकार है।