- अयोध्या विवाद नहीं सुलझा तो देश सीरिया बन जाएगा
- अदालत से इस मसले का समाधान होना मुश्किल
- विवाद को अदालत के बाहर ही सुलझाया जाना चाहिए
- अयोध्या मुसलमानों का धार्मिक स्थल नहीं है
लखनऊ। अगर कोई सियासी दल या नेता या कोई और किसी विवादित मामले में बेतुका बयान देकर सुर्खियां बटोरे तो इतना मायने रखने वाली बात नही लगती है लेकिन जब मामला बेहद ही गंभीर हो और बयान देने वाले की शख़्सियत भी ख़ास हो तो बयान काफी हद तक अटपटा सा लगता है। बेहद ही गंभीर और अहम बात है कि आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने अयोध्या विवाद को लेकर यह कह डाला कि अगर अयोध्या विवाद नहीं सुलझा तो देश सीरिया बन जाएगा। और इतना ही नही उन्होंने कहा कि अदालत से इस मसले का समाधान होना मुश्किल है।
गौरतलब है कि अदालत से इस मसले का समाधान होना मुश्किल बताते हुए उन्होंने कहा कि अदालत ने फैसला दे भी दिया तो जो पक्ष अदालत में हार जाएगा, वह शुरू में तो इसे स्वीकार कर लेगा पर बाद में विवाद फिर शुरू हो जाएगा। श्री श्री ने कहा कि जो लोग मेरे प्रयास की आलोचना कर रहे हैं, वे विवाद को खत्म नहीं होने देना चाहते।
श्री श्री ने कहा कि अयोध्या विवाद को अदालत के बाहर ही सुलझाया जाना चाहिए। भगवान राम को किसी दूसरी जगह पैदा नहीं कराया जा सकता। मुसलमानों को राम जन्मभूमि पर दावा छोड़कर मिशाल पेश करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुसलमानों को यह बात समझनी चाहिए कि अयोध्या उनका धार्मिक स्थल नहीं है।
श्रीश्री रविशंकर ने मौलाना सलमान नदवी का बचाव करते हुए कहा कि उन्हें इस प्रकरण पर किसी भी तरह से पैसे का ऑफर नहीं दिया गया है। यह वही नदवी हैं जिन्होंने कोर्ट से बाहर सुलह समझौते का समर्थन किया था, जिनके सुझाव को मुस्लिम पसर्नल लॉ बोर्ड ने खारिज करते हुए बोर्ड से बाहर ही कर दिया।