नई दिल्ली. कांग्रेस टॉप लीडरशिप की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. एक दिन पहले कपिल सिब्बल की नाराजगी के बाद अब पूर्व केंद्रीय मंत्री नटवर सिंह ने नेहरू-गांधी परिवार की आलोचना की है. उन्होंने कहा- पार्टी में बिल्कुल ठीक नहीं चल रहा है. ऐसा कभी नहीं हुआ. न वर्किंग कमेटी की मीटिंग होती है और न ही AICC की मीटिंग होती है. बस ये तीन लोग हैं जिनमें से एक के पास कोई पद भी नहीं है और वही फैसले ले रहे हैं. अमरिंदर सिंह को हटाने का फैसला इन्हीं लोगों ने किया.
उन्होंने कहा-अमरिंदर कांग्रेस में बहुत सीनियर आदमी हैं. 52 साल से राजनीति कर रहे हैं. उनके साथ आप ये कर रहे हैं! और उनकी जगह पर लाते किसे हैं. नवजोत सिंह सिद्धू! उन्होंने राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया था और फिर हामिद अंसारी साहब के पास गए कि मैं वापस लेना चाहता हूं. तो अंसारी साहब ने कहा था कि ये फैसला तो वापस नहीं हो सकता.
इससे एक दिन पहले वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने पार्टी से अलग हो रहे नेताओं को लेकर टॉप लीडरशिप से नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया, जितिन प्रसाद, सुष्मिता देव, लुईजिन्हो फेलेरियो जैसे नेताओं का जिक्र किया. सिब्बल की ये नाराजगी मंगलवार को पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा ‘इस्तीफा बम’ फोड़े जाने के बाद आई. सिब्बल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘हम लोग जी-23 के सदस्य हैं, जी हुजूर 23 के नहीं. हम अपने मुद्दे लगातार उठाते रहेंगे.’ उन्होंने कहा कि वो पार्टी में एक समान विचार रखने वाले लोगों की तरफ से यह बात कह रहे हैं.