लखनऊ. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार ने प्राइवेट स्कूल में पढ़ रही दो बहनों में से एक की फीस को माफ करने की योजना तैयार कर ली है. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शनिवार को लोक भवन में प्रदेश के 1.51 लाख मेधावी छात्र-छात्राओं को 177.35 करोड़ रुपए की छात्रवृत्ति का ऑनलाइन हस्तांतरण किया. इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपील करते हुए कहा कि निजी स्कूलों में दो बहनें एक साथ पढ़ रही हों तो एक की फीस माफ हो. अगर निजी स्कूल ऐसा नहीं करते हैं तो संबंधित विभाग एक छात्रा की फीस का प्रबंध करे. इसके लिए जिला स्तर पर नोडल अफसर बनाए जाएं.
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में बहुत लोग फीस भरने में असमर्थ हैं इससे उनको मदद मिलेगी. केन्द्र के साथ उत्तर प्रदेश सरकार भी किसी को किसी भी प्रकार की सुविधा से वंचित नहीं रहने देगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकारी विद्यालयों में स्नातक तक शिक्षा निशुल्क पहले से दी जा रही है. सीएम योगी ने प्रदेश के 1,51,000 मेधावी छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति प्रदान करने के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि इस वर्ष 30 नवंबर तक हर हाल में सभी को छात्रवृत्ति दे दी जाए. उन्होंने कहा कि छात्रवृत्ति वितरण का काम विभाग मिशन मोड में करें. वर्तमान में हमारी राज्य सरकार जो स्कॉलरशिप दे रही है वो 3900 करोड़ है जो पिछली सरकार में सिर्फ 1800 करोड़ थी.
सीएम योगी ने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज देश के दो महान योद्धाओं का जन्मदिन है. मैं गांधी जी और शास्त्री जी को नमन करता हूं. गांधी जी ने सत्य और अहिंसा के बल पर देश को आजाद करवाया. 2014 में दो अक्तूबर को ही स्वच्छ भारत मिशन का प्रारंभ किया गया था. यह इस मिशन का ही परिणाम है कि हमने इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारियों पर 99 प्रतिशत तक काबू पा लिया है. प्रदेश के 38 जिलों में ये बीमारी 97 प्रतिशत तक नियंत्रित हो चुकी है.