लखनऊ. उत्तर प्रदेश में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल-मुस्लिमीन यानी एआईएमआईएम आने वाले विधानसभा चुनाव में 100 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. इन 100 सीटों पर फैसला पार्टी के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के साथ बैठकों के कई दौर के बाद लिया गया है.
इसके लिए पार्टी हर जिले में, हर विधानसभा क्षेत्र में पोलिंग बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं की कमेटी गठित करने जा रही है. यह काम आने वाले 10 दिनों में पूरा कर लिया जाएगा. एआईएमआईएम का पहला प्रोग्राम उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में होगा जो कि 10 अक्टूबर को किया जाएगा.
इससे पहले 3 अक्टूबर को प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक होगी जिसमें सभी जिलों के प्रभारी इन 100 सीटों पर उम्मीदवारों की रिपोर्ट देंगे जिसमें आवेदन करने वाले लोगों की पूरी रिपोर्ट भी पार्टी नेतृत्व को सौंपी जाएगी और इसी आधार पर पार्टी उम्मीदवार को टिकट भी देगी.
इसके बाद उत्तर प्रदेश में असदुद्दीन ओवैसी के पांच कार्यक्रम तय किए है. इनमें से तीन कार्यक्रम पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक पूर्वांचल में और एक मध्य उत्तर प्रदेश में होगा. इन सब के बीच असदुद्दीन ओवैसी अभी भी क्षेत्रीय पार्टियों के साथ लगातार संपर्क में हैं, जिससे कि आने वाले विधानसभा चुनाव से पहले इन लोगों के बीच में गठबंधन किया जा सके.
हालांकि ओवैसी ने प्रगतिशील समाज पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव के साथ मुलाकात करके यह इशारा लिया है कि आने वाले समय मैं उनकी पार्टी भागीदारी मोर्चा का हिस्सा हो सकती है. भागीदारी मोर्चा सुहेलदेव पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने बनाया है, जिसमें संयोजन का जिम्मा शिवपाल यादव पर छोड़ा गया है. इन नेताओं की आपस में कई मुलाकातें भी हो चुकी हैं और बातचीत अंतिम स्तर पर है.
कहा यह भी जा रहा है कि शिवपाल यादव आखिर में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से हाथ मिला सकते हैं इसी के चलते इस भागीदारी मोर्चे को अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है. शिवपाल यादव अपने आने वाले दिनों में कार्यक्रम भी तय कर चुके हैं जिसमें 11 अक्टूबर से उनकी रथयात्रा निकालने की भी योजना है. जिससे पता तो यह चलता है कि अखिलेश यादव से अलग शिवपाल यादव भागीदारी मोर्चा और अपनी पार्टी के लिए विधानसभा चुनाव की पूरे जोरों पर तैयारियां कर रहे हैं.