नई दिल्ली. सीबीएसई बोर्ड इस बार दो चरणों में बोर्ड परीक्षा आयोजित करवा रहा है. इसके साथ ही अब सीबीएसई की कक्षा 10वीं 12वीं का आंतरिक मूल्यांकन प्रैक्टिकल भी दो भागों में लिया जाएगा. बोर्ड इसके लिए मार्किंग स्कीम शेड्यूल जारी कर रहा है. 10वीं कक्षा के 20 अंकों के आंतरिक मूल्यांकन को दस-दस अंकों में विभाजित किया जाएगा. वहीं 12वीं कक्षा के लिए इसे 15- 15 अंकों के दो हिस्सों में बांटा जा रहा है.
सीबीएसई बोर्ड के मुताबिक 10वीं कक्षा का 20 अंक का इंटरनल असेसमेंट, 10-10 अंकों के दो चरण में विभाजित किया गया है. 12वीं कक्षा के लिए प्रैक्टिकल इंटरनल असेसमेंट को 15-15 अंकों के दो चरण में विभाजित किया गया है. 12वीं कक्षा के लिए कुल 30 अंक का प्रैक्टिकल 15-15 अंकों के दो चरण में लिया जाएगा
सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज के मुताबिक सीबीएसई बोर्ड इस बार दो चरणों में बोर्ड परीक्षाएं आयोजित कर रहा है. कोरोना महामारी के मद्देनजर सावधानी बरतते हुए यह फैसला लिया गया है. इस योजना के तहत बोर्ड परीक्षा का पहला चरण नवंबर व दिसंबर माह के दौरान आयोजित किया जाएगा. वहीं बोर्ड परीक्षा का दूसरा चरण अगले वर्ष आयोजित किया जाएगा.
सीबीएसई बोर्ड का कहना है कि पहले चरण की परीक्षाओं की तैयारियों को देखते हुए बोर्ड ने सभी स्कूलों प्रधानाचार्यों को छात्रों की सूची जमा करने के निर्देश दिए हैं. देशभर के ऐसे सभी स्कूल जो सीबीएसई से एफिलिएटिड है वे अब अपनी आधिकारिक लिस्ट सीबीएसई के संबंधित पोर्टल पर अपलोड करनी थी.
वहीं अभिभावक संगठनों के मुताबिक वित्तीय संकट माता-पिता की नौकरी छूटने के कारण, दसवीं बारहवीं कक्षा के लगभग 3 लाख छात्र ऐसे हैं जो बोर्ड परीक्षा शुल्क का भुगतान करने में आर्थिक रूप से सक्षम नहीं हैं. अब अभिभावक संगठन ऐसे छात्रों का ब्यौरा एकत्र कर रहे हैं. प्रबुद्ध व्यक्तियों, विभिन्न गैर सरकारी संगठनों, संस्थाओं, व्यक्तियों द्वारा सीधे स्कूलों में इन छात्रों की बोर्ड की भरने का प्रयास किया जाएगा. ऑल इंडिया पेरेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं दिल्ली विश्वविद्यालय एग्जीक्यूटिव काउंसिल के सदस्य अशोक अग्रवाल के मुताबिक ऐसे बच्चों की बोर्ड फीस सीधे स्कूल में जमा कराने की कोशिश की जा रही है.