लखनऊ. यूपी के लखीमपुर खीरी में भड़की हिंसा के बाद सियासत जारी है. यूपी सरकार के गृह विभाग ने राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा समेत पांच नेताओं को लखीमपुर खीरी जाने की अनुमति दे दी. जिसके बाद देर शाम राहुल गांधी लखीमपुर खीरी पहुंचे और मारे गये किसान के परिजनों से मुलाकात की. उनके साथ प्रियंका गांधी, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी हैं. लखीमपुर रवाना होने से पहले राहुल गांधी ने दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और केंद्र के साथ ही यूपी सरकार पर निशाना साधा. उनका कहना है कि किसानों को निशाना बनाया जा रहा है, और जो लोग उनकी आवाज उठाने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें रोका जा रहा है.
राहुल गांधी ने धारा 144 लागू होने की स्थिति में चार अन्य नेताओं के साथ लखीमपुर जाने और पीडि़त परिवारों से मुलाकात करने की अनुमति मांगी थी. प्रशासन ने इलाके में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए यहां 8 नवंबर तक धारा 144 लगाई गई है. इस बीच कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा कि गुरुवार को 1000 गाडिय़ों में भरकर उत्तराखंड कांग्रेस के कार्यकर्ता, रामनगर से लखीमपुर खीरी पहुंचेंगे. वहां की कानून-व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए ये प्रशासन के लिए बड़ी समस्या होनेवाली है.
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय टेनी ने फिर दी सफाई
घटना का मुख्य आरोपी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी और उनके बेटे आशीष मिश्र को बताया जा रहा है. अब अजय मिश्र ने एक बार फिर सफाई दी है. उन्होंने कहा, मेरा बेटा कार में नहीं था. कार पर हमला करने के बाद चालक घायल हो गया, कार अपना संतुलन खो बैठी और वहां मौजूद कुछ लोगों के ऊपर चढ़ गई. मैंने उन लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की है, जिन्होंने अपनी जान गंवाई है. निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.