काबुल. अफगानिस्तान के कुंदुज में जुमे की नमाज के दौरान जोरदार धमाका हुआ. इसमें 60 लोगों की मौत हो गई और 107 घायल हैं. यह धमाका हजारा शिया मस्जिद को निशाना बनाकर किया गया. कुंदुज सेंट्रल अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि अब तक हमें हॉस्पिटल में 35 शव मिले हैं और 50 से ज्यादा घायल भर्ती हुए हैं. वहीं, डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स की ओर से चलाए जा रहे एक दूसरे अस्पताल में 15 लोगों के शव मिले हैं
अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार बनने के बाद यह देश में सबसे बड़ा हमला है. कुंदुज में संस्कृति और सूचना के निदेशक मतिउल्लाह रोहानी ने बताया कि यह आत्मघाती हमला था, वहीं तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा था कि कुंदुज में मस्जिद में विस्फोट होने से कई लोग मारे गए हैं. हालांकि मरने वालों की संख्या की पुष्टि अभी नहीं हुई है. अफगानिस्तान के प्रमुख मीडिया चैनल टोलो न्यूज मरने वालों की संख्या 43 और अल जजीरा ने 100 बताई है.
हमले के वक्त मस्जिद में करीब 300 लोग थे
सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि हमले के वक्त मस्जिद में करीब 300 लोग मौजूद थे. ये लोग जुमे की नमाज में शामिल होने आए थे. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि नमाज अदा करने के दौरान ही उन्हें विस्फोट की आवाज सुनाई दी. घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई और लोग इधर-उधर भागने लगे.
हमले के पीछे खुरासान गुट का हाथ होने की आशंका
इस हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी संगठन ने नहीं ली है. हालांकि, तालिबान के प्रतिद्वंद्वी गुटों का हाल के दिनों में इस तरह के हमलों के पीछे हाथ रहा है. माना जा रहा है कि इस विस्फोट के पीछे अफगानिस्तान में सक्रिय आईएसआईएस-खुरासान गुट का हाथ हो सकता है. ढ्ढस्ढ्ढस् शिया मुस्लिमों का विरोध करता रहा है. साथ ही वह हजारा और दूसरे अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदायों का भी विरोधी है.
रविवार को काबुल की ईदगाह मस्जिद के पास हुआ था धमाका
बीते रविवार को काबुल की ईदगाह मस्जिद के नजदीक जोरदार धमाका हुआ था, इसमें 2 लोगों की मौत हो गई, जबकि 3 लोग घायल हो गए. मस्जिद के पास ही मुजाहिद की मां के निधन पर दुआ की जानी थी. आतंकियों ने इस प्रार्थना सभा को ही निशाना बनाया. कुछ दिनों पहले ही मुजाहिद की मां का निधन हुआ था.