नई दिल्ली. कांग्रेस ने लखीमपुर खीरी हिंसा प्रकरण में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा को तत्काल हटाने और उनके बेटे आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अपनी सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश इकाई के प्रमुखों से सोमवार को तीन घंटे का मौन रखने को कहा है. मौन व्रत राजभवन या केंद्र सरकार के कार्यालयों के बाहर सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे के बीच रखा जाएगा.
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिद्धू शुक्रवार रात से ही लखीमपुर खीरी पहुंचते ही ‘मौन’ रख चुके हैं. उन्होंने भूख हड़ताल भी की, जिसे उन्होंने शनिवार को आशीष मिश्रा के पूछताछ के लिए पुलिस के पास जाने के बाद वापस ले लिया
कांग्रेस लखीमपुर खीरी हिंसा पर अब देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करने की तैयारी में है. वहीं इससे पहले हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने सिद्धू के मौन व्रत को कांग्रेस और देश के लिए फायदेमंद कहा था. विज ने कहा था, कांग्रेस नेता सिद्धू ने मौन व्रत रखा. अगर वह इसे हमेशा रखते हैं, तो यह कांग्रेस और देश के लिए बहुत फायदेमंद होगा.
शनिवार को हुए घटनाक्रम के तहत युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नई दिल्ली में विरोध प्रदर्शन किया और दिल्ली पुलिस से भिड़ गए. दूसरी संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि विभिन्न राज्यों के किसान 12 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी पहुंचेंगे और इस घटना में मारे गए चार किसानों और एक पत्रकार की मौत पर शोक व्यक्त करेंगे. किसान संघ 18 अक्टूबर को ट्रेन की आवाजाही भी रोकेंगे और 28 अक्टूबर को लखनऊ में महापंचायत करेंगे.
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, गोरखपुर से लखीमपुर तक भाजपा सरकार की ताकत सिर्फ गरीबों पर लागू होती है. जब ताकतवर लोगों की बात आती है तो सरकार घुटने टेक देती है.