नई दिल्ली. भारत अगले महीने अफगानिस्तान के हालात पर एक बैठक करने वाला है जिसमें पाकिस्तान को भी आमंत्रित किया गया है. बताया गया कि रूस और चीन सरीखे देशों को भी बुलावा भेजा गया है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह बैठक 10 और 11 नवंबर को होगी. इस बैठक में अफगानिस्तान के सुरक्षा के मुद्दे पर चर्चा होगी.
इस बैठक की अध्यक्षता अजीत डोभाल करेंगे. बैठक के लिए अफगानिस्तान के पड़ोसियों जैसे पाकिस्तान, ईरान, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान और रूस, चीन सहित प्रमुख देशों को आमंत्रित किया जा रहा है. यूरोपीय संघ, फ्रांस, जर्मनी और यूके, अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र के प्रतिनिधियों को भी बुलावा भेजा गया है. हालांकि यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि तालिबान के प्रतिनिधि नई दिल्ली में आयोजित सम्मेलन का हिस्सा होंगे या नहीं.
पाकिस्तान के एनएसए मोईद यूसुफ को भी सम्मेलन के लिए आमंत्रित किए गए है. अगर वह बैठक में आते हैं तो तो साल 2016 के बाद से किसी पाकिस्तानी अधिकारी की पहली उच्च स्तरीय भारत यात्रा होगी. इससे पहले डोभाल जून में ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य राष्ट्रों के उच्च सुरक्षा अधिकारियों की बैठक में शामिल हुए थे. इस दौरान पाकिस्तानी एनएसए भी मौजूद थे. हालांकि इस दौरान दोनों देशों के अधिकारियों के बीच कोई वार्ता नहीं हुई.
बता दें ऐसी ही एक बैठक 20 अक्टूबर को रूस में भी आयोजित है हालांकि उसमें तालिबान और भारत, दोनों को आमंत्रित किया गया है. लेकिन भारत फिलहाल तालिबान को अपनी बैठक में आयोजित करने से बच रहा है क्योंकि अब तक वह वैश्विक अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतर सके हैं. भारत ने इस साल मई में भी ऐसी ही एक बैठक का प्रस्ताव रखा था लेकिन कोरोना संक्रमण के दूसरी लहर के चलते बैठक नहीं हो पाई थी. उस बैठक में भी पाकिस्तान के एनएसए को न्योता भेजा था.