कानपुर. दीपावली से पहले ही जीका वायरस ने कानपुर में बड़ा ‘विस्फोट’ कर दिया है. एयरफोर्स कर्मियों समेत 25 नए लोगों में संक्रमण की पुष्टि के बाद शासन से जिला प्रशासन तक में खलबली मच गई है. वायरस चकेरी कैंट और आसपास के 3 किलोमीटर के दायरे में फैल चुका है. जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर स्वास्थ्य महकमे की टीम के साथ एक-एक करके अब तक प्रभावित इलाके के घरों में पहुंच रहे हैं.
जिन 25 नए लोगों में जीका वायरस की पुष्टि हुई है, उन्हें होम आइसोलेट कराया गया है. वहीं नगर निगम के डेढ़ सौ कर्मचारी जीका वायरस से प्रभावित क्षेत्रों में साफ-सफाई और छिड़काव कर रहे हैं. इससे पहले 11 लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके थे. अब कानपुर जिले में संक्रमितों की कुल संख्या 36 हो गई है.
जिलाधिकारी विशाख जी ने बताया कि, कानपुर जिले में अब तक 45,000 लोगों की स्क्रीनिंग कराई जा चुकी है. जिनमें यह वायरस पाया गया है उसमें आधी संख्या महिलाओं की है. 3 एयरपोर्ट कर्मी पहले से ही इस वायरस से संक्रमित थे. वहीं सीएमओ कार्यालय में जिलाधिकारी ने गुरुवार को बैठक भी बुलाई है. प्रशासनिक स्वास्थ्य नगर निगम के अधिकारी भी इस बैठक में मौजूद रहेंगे.
जीका वायरस ने शहर में 23 अक्टूबर को दस्तक दी थी. उसके बाद 10 दिनों में 11 संक्रमित मिले थे. 11 क्षेत्रों में सैंपलिंग का काम चल रहा है. वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम और नगर निगम की टीम ने 4 किलोमीटर से ज्यादा के रेडियस में फॉगिंग स्प्रे और सफाई अभियान के लिए 15 टीमें लगाई हैं. जिलाधिकारी विशाख जी ने बताया कि छावनी क्षेत्र में सभी लोगों के वायरस की जांच होगी क्योंकि पहले राउंड में 45 हजार से ज्यादा की स्क्रीनिंग होने के बावजूद भी अभी तक इस वायरस के स्रोत का पता नहीं चला है.
गुरुवार को स्क्रीनिंग के दूसरे राउंड की शुरुआत हो रही है ताकि इसके स्रोत का पता लगाया जा सके और इसे बढ़ने से रोका जा सके. शहर में लाल कुर्ती, काकोरी, लाल बंगला, काजी खेड़ा, ओम पुरवा, हरजिंदर नगर में भी संक्रमित मिल चुके हैं. शहर में जीका वायरस का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है.