नई दिल्ली. इस बार ज्यादा ठंड झेलने को तैयार रहिए, क्योंकि मौसम विज्ञानियों ने इस विंटर में ज्यादा ठंड रहने का पूर्वानुमान जताया है. विशेषज्ञ बता रहे हैं कि इस नवंबर के तीसरे सप्ताह तक उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में शीत लहर की स्थिति बने रहने की संभावना है. इस साल ला नीना के प्रभाव के कारण उत्तर, मध्य और पूर्वी भारत में सर्दी सामान्य से अधिक रहने की संभावना है.
स्काईमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, ला नीना और अल नीनो का दुनिया भर के मौसम पर व्यापक प्रभाव पड़ता है. समुद्र की सतह, दहलीज से अधिक गर्म होने पर अल नीनो और अधिक ठंडी स्थितियां ला नीना बनती है. ला नीना सामान्य से अधिक तेजी से ठंडा हो रहा है. लिहाजा, नवंबर के तीसरे सप्ताह तक उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में शीत लहर की स्थिति बने रहने की संभावना है. इस वर्ष ला नीना के प्रभाव के कारण उत्तर, मध्य और पूर्वी भारत में सर्दी सामान्य से अधिक रहने की संभावना है.
पिछले कुछ दिनों के दौरान एक हल्का पश्चिमी विक्षोभ आ रहा था और उत्तर भारत में हवा की गति भी बहुत कम थी. हल्की हवा और कम तापमान के कारण दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई हिस्सों में प्रदूषण अपने चरम पर बना हुआ है. जब आसमान में बादल छाए रहते हैं या प्रदूषण अधिक होता है, तो न्यूनतम तापमान में गिरावट कम होती है.
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अब, पश्चिमी विक्षोभ आगे बढ़ गया है और उत्तर-पश्चिम दिशा से तेज हवाएं चलने की संभावना है. इससे प्रदूषण में कमी आएगी और न्यूनतम तापमान में कमी आएगी. वर्तमान में, उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे है और न्यूनतम तापमान सामान्य के आसपास है.
उनका कहना है कि इस सप्ताह के अंत तक दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई राज्यों जैसे पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान में न्यूनतम तापमान में तीन से चार डिग्री की गिरावट देखने को मिल सकती है. सुबह और शाम को ठंड काफी बढ़ जाएगी हालांकि दिन सामान्य रहेगा. दिन में धूप खिली रहेगी और सुबह धुंध भरी रहेगी.