सुल्तानपुर. प्रधानमंत्री ने आज यूपी को बड़ी सौगात दी है. पीएम मोदी ने 340 किलोमीटर लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया है. प्रधानमंत्री ने अवधी बोली में अपने संबोधन की शुरुआत की. उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता को पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का इंतजार था, आज उन्हें इसकी सौगात मिल रही है. उन्होंने साल 1857 के स्वतंत्रता संग्राम का भी जिक्र किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरी दुनिया में जिसे भी यूपी के सामर्थ्य पर, यूपी के लोगों के सामर्थ्य पर जरा भी संदेह हो, वो आज यहां सुल्तानपुर में आकर यूपी का सामर्थ्य देख सकता है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि 3 साल पहले जब मैंने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया था, तो मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं एक दिन यहां विमान से उतरूंगा. ऐसा आधुनिक एक्सप्रेस-वे अब बन गया है जहां 3-4 साल पहले यह सिर्फ जमीन का टुकड़ा था. ये एक्सप्रेस-वे यूपी में आधुनिक होती सुविधाओं का प्रतिबिंब है. ये एक्सप्रेस-वे यूपी की दृढ़ इच्छा शक्ति का एक्सप्रेस-वे है ये एक्सप्रेस-वे यूपी में संकल्पों की सिद्धि का जीता जागता प्रमाण है. ये यूपी की शान है, ये यूपी का कमाल है.
पीएम ने कहा कि मुझे मालूम था कि जिस तरह तब की सरकार ने यूपी के लोगों के साथ नाइंसाफी की जा रही है, विकास में भेदभाव किया जा रहा है, जिस तरह सिर्फ अपने परिवार का हित साधा जा रहा है, यूपी के लोग ऐसा करने वाली सरकार को हमेशा-हमेशा के लिए यूपी के विकास के रास्ते से हटा देंगे.
प्रधानमंत्री ने कहा कि गरीबों को पक्के घर मिलें, गरीबों के घर में शौचालय हों, महिलाओं को खुले में शौच के लिए बाहर ना जाना पड़े, सबके घर में बिजली हो, ऐसे कितने ही काम थे, जो यहां किए जाने जरूरी थे. लेकिन मुझे बहुत पीड़ा है, कि तब यूपी में जो सरकार थी, उसने मेरा साथ नहीं दिया.
प्रधानमंत्री ने कहा कि कौन भूल सकता है कि पहले यूपी में पहले कितनी बिजली कटौती होती थी. कौन भूल सकता है कि यूपी में कानून व्यवस्था की क्या हालत थी. कौन भूल सकता है कि यूपी में मेडिकल सुविधाओं की क्या स्थिति थी. यूपी में तो हालात ऐसे बना दिये थे कि यहाँ सड़कों पर राह नहीं होती थी, राहजनी होती थी.
पीएम मोदी ने कहा, यूपी में 7-8 साल पहले जो स्थिति थी उसे देखकर मुझे हैरानी होती थी कि आखिर यूपी को कुछ लोग किस बात की सजा दे रहे हैं. 2014 में जब यूपी ने, देश ने मुझे महान भारत भूमि की सेवा का अवसर दिया, तो मैंने यूपी के विकास के लिए बहुत सारे विकास के कार्य शुरू करवाए.
पीएम ने कहा कि ये भी एक सच्चाई थी कि यूपी जैसा विशाल प्रदेश, पहले एक दूसरे से काफी हद तक कटा हुआ था. अलग अलग हिस्सों में लोग जाते तो थे लेकिन एक दूसरे से कनेक्टिविटी ना होने की वजह से परेशान रहते थे. पूरब के लोगों के लिए लखनऊ पहुँचना भी महाभारत जीतने जैसा होता था. मोदी ने कहा कि पिछले मुख्यमंत्रियों के लिए विकास वहीं तक सीमित था जहां उनका घर था. लेकिन आज जितनी पश्चिम की पूछ है, उतनी ही पूर्वांचल के लिए भी प्राथमिकता है. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे आज यूपी की इस खाई को पाट रहा है, यूपी को आपस में जोड़ रहा है.