लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले बीजेपी को लगातार दूसरे दिन एक और झटका लगा है. स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद अब दारा सिंह चौहान ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. दारा सिंह मऊ जिले की मधुबन विधानसभा सीट से विधायक हैं. उन्होंने राज्यपाल को भेजी चि_ी में योगी सरकार पर दलितों, पिछड़ों और युवाओं की अनदेखी का आरोप लगाया है. पिछले 24 घंटों में यानी कल से छह नेता पार्टी छोड़ चुके हैं.
इस्तीफे में मंत्री ने क्या लिखा?
दारा सिंह चौहान ने कहा, माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के मंत्रिमंडल में वन पर्यावरण और जन्तु उद्यान मंत्री के रूप में मैंने पूरे मनोयोग से अपने विभाग की बेहतरी के लिए कार्य किया, किन्तु सरकार की पिछड़ों, वंचितों, दलितों, किसानों और बेरोजगार नौजवानों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के साथ-साथ पिछड़ों और दलितों के आरक्षण के साथ जो खिलवाड़ हो रहा है, उससे आहत होकर मैं उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं.
दारा सिंह चौहान ने कहा कि 5 साल तक जिस पिछड़े, उपेक्षित, दलित लोगों की मदद और आशिर्वाद से क्चछ्वक्क की सरकार बनी उन्हीं लोगों को इंसाफ, न्याय नहीं मिला. इससे आहत होकर मैंने इस्तीफा दिया है. जिस समाज से मैं आता हूं उन समाज के लोगों से चर्चा कर किसी पार्टी में शामिल होने का निर्णय लूंगा.
परिवार का कोई सदस्य भटक जाये तो दुख होता है
दारा सिंह चौहान के इस्तीफे पर डेप्युटी सीएम केशव मौर्य ने ट्वीट करते हुए लिखा कि परिवार का कोई सदस्य भटक जाये तो दुख होता है जाने वाले आदरणीय महानुभावों को मैं बस यही आग्रह करूँगा कि डूबती हुई नाव पर सवार होने से नुकसान उनका ही होगा बड़े भाई श्री दारा सिंह जी आप अपने फैसले पर पुनर्विचार करिये.