लखनऊ. हिजाब विवाद पर प्रियंका गांधी के बिकिनी वाले बयान का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. अयोध्या के संत समाज ने इसे लेकर काफी आपत्ति जताई है. उनका कहना है कि विद्या के मंदिर को लेकर जिस तरीके की राजनीति प्रियंका गांधी कर रही हैं यह दुर्भाग्यपूर्ण है. देश में धार्मिक उन्माद फैलाकर ऐसा माहौल बनाया जा रहा है जिससे सावधान होने की जरूरत है. संत समाज का कहना है कि कांग्रेस का स्तर इतना गिर गया है कि वो लड़कियों को बिकिनी पहन कर विद्यालय के जाने की बात कर रही है. उन्हें अपना इलाज कराना चाहिए. बच्चों के साथ सौतेला व्यवहार नहीं किया जा सकता. कांग्रेस पार्टी की भारतीय संस्कृति विरोधी विचारधारा है, जिसकी हम निंदा करते हैं.
हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि प्रियंका गांधी बयान दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि लड़कियां चाहें तो स्कर्ट में घूमें, बिकिनी में घूमे, हम इसका विरोध नहीं करते लेकिन विद्या के मंदिर में जिस प्रकार से लोग राजनीति कर रहे हैं ये दुर्भाग्यपूर्ण है. वहां पर हिजाब का इस प्रकार से बवाल और विवाद करना ही नहीं चाहिए. शिक्षा के मंदिर में जिस प्रकार से संवैधानिक तरीके से जो नियम है उसे सब बच्चों को फॉलो करना चाहिए. वहां कोई धार्मिक उन्माद फैलाकर जिस प्रकार से पूरे देश में एक माहौल खड़ा किया जा रहा है इससे सावधान होने की जरूरत है. महंत राजू दास ने कहा कि प्रियंका गांधी आप इस मुद्दे पर अपनी राजनीतिक रोटियां न सेकें.
वहीं तपस्वी छावनी के संत परमहंस आचार्य ने कहा कि विद्यालय में जो यूनिफार्म है वो चाहे किसी भी धर्म या मजहब की हो सभी बच्चे यूनिफॉर्म पहनकर ही जाएंगे. कांग्रेस पार्टी भारतीय संस्कृति को बिगाड़ने का काम कर रही है. उन्होंने प्रियंका के बयान की निंदा करते हुए कहा कि क्या बच्चियां विद्यालय में पढ़ने के लिए बिकिनी पहनकर जाएंगी कांग्रेस का स्तर इतना गिर गया है. विद्यालय शिक्षा का मंदिर हैं, चाहे किसी धर्म या मजहब के बच्चे हो विद्यालय में जो यूनिफॉर्म होगा वही पहन कर जाएगा. ऐसा नहीं है कोई बिकिनी पहनकर जाएगा तो कोई हिजाब पहनकर जाएगा. सभी छात्रों को स्कूल का यूनिफॉर्म मानना ही होगा.