औद्योगिक विकास विभाग मंत्री नन्दी ने यूपीईआईडीए के अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे से प्रयागराज को जोड़ने के लिए अधिकारियों को डीपीआर बनाने का दिया निर्देश
मेरठ से प्रयागराज तक प्रस्तावित गंगा एक्सप्रेस-वे से वाराणसी को भी जोड़ने के लिए मंत्री ने दिए निर्देश
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की सियासत में बेहद महत्वपूर्ण स्थान रखने वाले और पिछली तीन सरकारों के दौरान कबीना मंत्री के पद को बखूबी अंजाम देने वाले प्रयागराज दक्षिण विधान सभा से भाजपा विधायक गोपाल नंद गुप्ता नंदी ने आज औद्योगिक विकास, निर्यात प्रोत्साहन, एनआरआई और निवेश प्रोत्साहन मंत्रालय की जिम्मेदारी सम्हाल अपनी नई पारी की शुरूआत कर दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पिछली सरकार में नागरिक उड्डयन मंत्रालय की जिम्मेदारी सम्भालते हुए उत्तर प्रदेश में एयरपोर्ट और हवाई उड़ानों का जाल बिछाने जैसे महत्वपूर्ण कार्यों को बखूबी अंजाम दिया गया था। उत्तर प्रदेश को प्रगति के पथ पर ले जाने में जिसका अहम योगदान रहा है।
आज औद्योगिक विकास विभाग का कार्यभार ग्रहण करते ही मंत्री नन्दी ने उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस-वे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी के अधिकारियों के साथ बैठक की और अगले 100 दिन का एजेंडा तय करते हुए तीव्रता के साथ काम करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए। मंत्री नन्दी ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी और मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में जिस तरह तीव्रता के साथ अब तक काम हुआ है, उसे और तेजी से बढ़ाया जाएगा। 100 दिन, छह महीने और साल भर के टास्क को निर्धारित कर जनता की भागीदारी के साथ पूरा करेंगे।
ज्ञात हो कि योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में कैबिनेट मंत्री बनाए गए नंद गोपाल गुप्ता नंदी इलाहाबाद दक्षिण विधानसभा सीट से तीसरी बार जीत दर्ज की है। उनकी सियासी पारी 2007 में बसपा के साथ शुरू हुई थी। इलाहाबाद दक्षिण विधानसभा सीट से पहले प्रयास में ही भाजपा के कद्दावर नेता पं. केशरीनाथ त्रिपाठी को मात दी थी। यही वजह थी कि बसपा सरकार में उन्हें मंत्रिमंडल का हिस्सा बनाया गया था। बेहद ही अहम और दिलचस्प बात ये है कि हवा के रूख को बखूबी भांपते हुए 2017 विधानसभा चुनाव में नंद गोपाल गुप्त नंदी ने बीजेपी का दामन थाम लिया। इस बार सपा प्रत्याशी परवेज अहमद टंकी को हराने में सफल हुए।
भाग्य ने साथ दिया और भाजपा सरकार में भी कैबिनेट मंत्री का पद मिला। 2022 में भाजपा ने फिर उन्हें मौका दिया। पार्टी के विश्वास पर खरे उतरते हुए उन्होंने सपा प्रत्याशी रईस शुक्ला को शिकस्त दी। खास बात यह कि प्रत्येक चुनाव में नंद गोपाल गुप्त नंदी अपने जनाधार को बढ़ाने में सफल रहे। उनका कहना है कि वह अपनी मेहनत, लगन और संघर्ष के बल पर फर्श से अर्श तक पहुंचे हैं । इसका श्रेय उन्होंने प्रयागराज के शहर दक्षिण की जनता के साथ साथ बीजेपी कार्यकर्ताओं और शीर्ष नेतृत्व को दिया है ।