नई दिल्ली. भारतीय आईटी कंपनियों के ग्रोथ का सिलसिला लगातार जारी है. यही वजह है कि रोजगार देने के मामले में आईटी कंपनियां आगे हैं. चालू वित्त वर्ष 2022-23 में भी आईटी कंपनियों में नौकरियों की बहार आने वाली है. दिग्गज आईटी कंपनी इंफोसिस भी इस दौरान बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की भर्ती करने जा रही है.
वित्त वर्ष 2021-22 की अंतिम तिमाही नतीजों की बुधवार को घोषणा करते हुए इन्फोसिस के सीईओ सलिल पारेख ने यह जानकारी दी. इन्फोसिस को उम्मीद है 2022-23 में रिकवरी तेज होने के साथ ग्रोथ के लिहाज से ये साल काफी अहम साबित होगा. इसलिए कंपनी अवसरों का फायदा उठाने के लिए जरूरी कदम उठा रही है.
50 हजार फ्रेशर्स को मिलेगा मौका
पारेख ने बताया कि 2022-23 में कंपनी 50,000 नई भर्तियां करेगी. इससे पहले आईटी उद्योगों के संगठन नैस्कॉम के एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा था कि 55,000 से ज्यादा फ्रेशर्स की भर्ती 2022-23 में की जा सकती है. पारेख ने बताया कि वित्त वर्ष 2021-22 इन्फोसिस ने 85,000 फ्रेशर्स की भर्ती की है. जनवरी-मार्च 2022 में कंपनी छोड़कर जाने वाले कर्मचारियों की संख्या भी काफी ज्यादा रही. इस दौरान इन्फोसिस के 27.7 फीसदी कर्मचारियों ने नौकरी छोड़ दी. अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में यह आंकड़ा 25.5 फीसदी रहा था.
अप्रैल की सैलरी बढ़कर मिलेगी
सलिल पारेख ने कर्माचारियों की सैलरी बढ़ाने की भी इस दौरान घोषणा की. उन्होंने कहा कि मई में अप्रैल महीने की सैलरी बढ़कर आएगी. हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि सैलरी में कितनी बढ़ोतरी होगी. इससे पहले मंगलवार को देश की दिग्गज आईटी कंपनी टीसीएस ने भी कर्मचारियों की सैलरी बढ़ाने की घोषणा की थी. टीसीएस के कर्मचारियों की सैलरी में 6-8 फीसदी तक बढ़ोतरी होगी.
मुनाफा 12 फीसदी बढ़ा
जनवरी-मार्च तिमाही में इंफोसिस का शुद्ध मुनाफा 12 फीसदी बढ़कर 5,686 करोड़ रुपए पर पहुंच गया है. यह पूर्वानुमानों से थोड़ा कम है. एनालिस्ट इसके 6,000 करोड़ रुपए रहने का अनुमान लगा रहे थे. इस तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू ग्रोथ 23 फीसदी बढ़कर 32,276 करोड़ रुपए रहा है.