लखनऊ, 14 अप्रैल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अंबेडकर जयंती के अवसर पर बाबा साहब को श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इस अवसर पर अम्बेडकर महासभा द्वारा और बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्र के निर्माण में उनके योगदान को याद किया और उनके बताए मार्ग पर चलने के लिए लोगों को प्रेरित किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अम्बेडकर महासभा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कहा कि संविधान में समानता, न्याय और बंधुत्व की भावना का जो भाव बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर ने दिया है, उसी का परिणाम है कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में भारत आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री ने बाबा साहब अम्बेडकर को सबसे अधिक सम्मान दिया। उन्होंने देश और दुनिया में बाबा साहब से जुड़े स्थलों का पंचतीर्थ के रूप में विकास कराया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार आज गरीब व वंचितों को आवास उपल्ब्ध करा रही है। प्रदेश में 43 लाख लोगों को घर उपलब्ध कराना बाबा साहब के सपनों को साकार करना है। शौचालय, बिजली की सुविधा लोगों को बिना भेदभाव के मिल रही है। सरकार शिक्षा के नये केंद्रों को उपलब्ध करा रही है। यह बाबा साहब के सपने को पूरा करना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा साहब ने कहा था कि चुनौतियों का सामना करने से ही रास्ता निकलेगा। जब बाबा साहब का जन्म हुआ तो अस्पृश्यता की भावनाएं पूरे समाज में थीं, लेकिन उन्होंने पलायन का नहीं, जीवन में संघर्ष का मार्ग अपनाया। यही कारण है कि जब समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति की बात होती है तो बाबा साहब का नाम बड़ी श्रद्धा और समान्न के साथ लिया जाता था। उन्होंने कहा था कि आदि से अंत तक हम भारतीय है। इसी भाव को अपने जीवन का हिस्सा बनाकर कार्य करेंगे तो सफलता निश्चित मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अम्बेडकर महासभा के प्रयासों का परिणाम है कि प्रदेश सरकार लखनऊ में बाबा साहब का भव्य स्मारक और सांस्कृतिक केंद्र बनाने के लिए तेजी से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बाबा साहब के सपने को साकार करने के लिए दृढ़ता से कार्य करेगी और नए भारत के निर्माण में योगदान देंगे।
बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर विवि में मुख्यमंत्री ने कहा कि जब भी दुनिया में गरीबों की वंचितों की बात आएगी तो बाबा साहब का नाम बड़ी श्रद्धा के साथ लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सकारात्मक सोच व्यक्ति को आगे बढ़ाती है। नकारात्मकता पतन की ओर ले जाती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा साहब और जोगेन्द्र नाथ मंडल दोनों ने समाज के वंचितों और शोषितों के लिए काम किया। बाबा साहब आजाद भारत के और जोगेन्द्र नाथ मंडल पाकिस्तान के कानून मंत्री बने लेकिन जोगेन्द्र नाथ मंडल को वहां से पलायन करना पड़ा और गुमनाम जीवन जीना पड़ा़। वहीं बाबा साहब के नाम से आज देश और दुनिया में संस्थान, स्मारक और शिक्षण संस्थान हैं। भारत और दुनिया में बाबा साहब को सम्मान मिला।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें केंद्र और राज्य सरकार के सभी योजनाओं को लेकर कार्य करना पड़ेगा। 2017 से पहले अनुसूचित जाति-जनजाति की छात्रवृत्ति को रोक दिया था, लेकिन जब हमारी सरकार आई तो इसे और आगे बढ़ाया गया। हमें बाबा साहब के सपने को साकार करना होगा। हम बाबा साहब के सपने को साकार करने के लिए नए भारत के नए उत्तर प्रदेश के निर्माण में योगदान देना होगा। जब पूरे समाज की ताकत मिलकर काम करती थी तो उसका अपना प्रभाव होता था। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि 40 वर्षों में पूर्वी उत्तर प्रदेश में मस्तिष्क ज्वर से 50 हजार बच्चों की मौत हुई। जब मैं मुख्यमंत्री बना तो अन्तरविभागीय समन्वय समिति बनाई और पांच वर्षों में यह समस्या को समाप्त हो गई। सामूहिकता में शक्ति है।
उन्होंने कहा कि बाबा साहब चाहते थे हम ऐसा समाज बनाएं जहां भेदभाव, शोषण का कोई स्थान न हो। योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम पायदान तक पहुंचाया जाना चाहिए।