बेंगलुरु। मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने कहा है कि करीब 32 करोड़ आधार नंबर को वोटर आइडी कार्ड से जोड़ा जा चुका है। साथ ही ईवीएम में छेड़छाड़ के आरोप पर रावत ने कहा कि आयोग गंभीरता से शिकायतों पर विचार कर रहा है और इसका समाधान करेगा।
ज्ञात हो कि मुख्य चुनाव आयुक्त आज यहां एनजीओ एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफार्म्स (एडीआर) के 14वें राष्ट्रीय कांफ्रेंस में हिस्सा लेने पहुंचे थे। वहीं उन्होंने इस कार्यक्रम से अलग मीडिया से बातचीत में यह जानकारी दी।
रावत ने कहा, ‘अभी तक करीब 32 करोड़ आधार नंबरों को वोटर आइडी से जोड़ा जा चुका है। अन्य 54.5 करोड़ को सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद जोड़ा जाएगा।’ मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि 32 करोड़ को मात्र तीन महीने में जोड़ा गया।
गौरतलब है कि कर्नाटक के मैथ्यू थॉमस ने नवंबर महीने में शीर्ष अदालत में याचिका दायर कर आधार अधिनियम की संवैधानिक वैधता को चुनौती थी। उन्होंने दावा किया कि यह निजता के अधिकार में हस्तक्षेप है और बायोमेट्रिक तंत्र उचित तरीके से काम नहीं कर रहा है।
इसके अलावा ईवीएम में छेड़छाड़ के आरोप पर रावत ने कहा कि आयोग गंभीरता से शिकायतों पर विचार कर रहा है और इसका समाधान करेगा। कई विपक्षी दलों ने हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाया था।
पार्टियों ने मशीनों में छेड़छाड़ होने का आरोप लगाया था। साथ ही मतों की गिनती के लिए टोटलाइजर मशीन के इस्तेमाल के बारे में रावत ने कहा, ‘जब तक नियमों में संशोधन नहीं किया जाता, तब तक हम इसका इस्तेमाल नहीं कर सकते। सुप्रीम कोर्ट इस मामले में सुनवाई कर रहा है।’