नई दिल्ली. दुनिया की सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी होल्सिम ग्रुप भारत में अपना कारोबार बंद कर सकती है. 17 साल से भारत में कारोबार कर रही इस स्विस कंपनी ने अपना भारतीय कारोबार बेचने के लिए कुछ कंपनियों से बातचीत भी शुरू कर दी है. होल्सिम ग्रुप की भारत में दो लिस्टेड कंपनियां अंबुजा सीमेंट और एसीसी लिमिटेड है. कंपनी अपनी कोर मार्केट पर फोकस करने के लिए बनाई गई अपने वैश्विक रणनीति के तहत ही कुछ देशों से अपना कारोबार समेट रही है.
एक रिपोर्ट में बताया गया है कि होल्सिम ग्रुप अपना भारतीय कारोबार बेचने के लिए जेएसडब्ल्यू (JSW) और अडानी समूह (Adani Group) समेत अन्य कंपनियों से संपर्क में हैं. हालांकि, यह प्रक्रिया अभी आरंभिक चरण में ही है. गौरतलब है कि जेएसडब्यू और अडानी समूह हाल ही में सीमेंट कारोबार में उतरे हैं.
भारतीय बाजार में होल्सिम की फ्लैगशिप कंपनी अंबुजा सीमेंट है. इसमें होल्सिम की हिस्सेदारी 63.1 फीसदी है. होल्सिम के पास यह हिस्सेदारी होल्डरइंड इनवेस्टमेंट लिमिटेड के जरिए है. प्रमुख सीमेंट ब्रांड एसीसी लिमिटेड में अंबुजा सीमेंट की 50.05 फीसदी हिस्सेदारी है. एसीसी में होल्डरइंड इनवेस्टमेंट लिमिटेड की प्रत्यक्ष तौर पर भी 4.48 फीसदी हिस्सेदारी है. वैसे भारत में होल्सिम साल 2018 से दोनों ब्रांडों को मर्ज करने का प्रयास कर रही है, लेकिन यह प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हुई है.
होल्सिम ग्रुप की दोनों लिस्टेड कंपनियों अंबुजा सीमेंट और एसीसी लिमिटेड की संयुक्त क्षमता 66 मिलियन टन सालाना है. बुधवार तक अंबुजा सीमेंट और एसीसी लिमिटेड का संयुक्त मार्केट कैपिटेलाइजेशन 1.14 लाख करोड़ रुपये था. भारतीय सीमेंट बाजार में अभी आदित्य बिड़ला समूह की अल्ट्राटेक सबसे बड़ी कंपनी है. अल्ट्राटेक हर साल 117 मिलियन टन सीमेंट का उत्पादन करती है. अंबुजा और एसीसी सीमेंट को जो भी कंपनी खरीदेगी, वो भारतीय सीमेंट बाजार में दो नंबर की हैसियत पर आ जाएगी. यही कारण है जेएसडब्ल्यू और अडानी के साथ ही श्री सीमेंट भी होल्सिम ग्रुप की इन दोनों कंपनियों में दिलचस्पी दिखा रहा है.