नई दिल्ली। 2019 के लोकसभा चुनावों की शुरूआती दस्तक, और ओवैसी पहुंचने लगे फिर अपनी उस हद तक! जिसके सहारे एक तरफ वह भोले भाले लोगों को बखूबी बेवकूफ बनाते हैं, और काफी हद तक भाजपा की राह को आसान बनातें हैं!! क्योंकि उनके ही ऐसे बे-वक्त और बे-सिर पैर के बयानों के चलते ही जहां वह खुद भी अपनी सियासी दुकान चला रहे हैं साथ ही एक तरह से परदे के पीछे से भाजपा को भी संजीवनी दिए जा रहे हैं। अगर ऐसा नही है तो फिर अचानक लोगों की मूलभूत दिक्कतों से परे उनको ऐसे बेवजह का बयान देने की कौन सी जरूरत आन पड़ी थी कि नाथूराम गोडसे को भारत का नंबर वन आतंकवादी बताना पड़ा।
गौरतलब है कि AIMIM के अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। औवेसी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए नाथूराम गोडसे को भारत का नंबर वन आतंकवादी बताया है। साथ ही कहाकहा कि अगर ऐसा कहने पर पुलिस या कोई राजनीतिक दल मुझे नोटिस भेजता है तो भेज दे। मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। ओवैसी ने यह भी कहा कि पिछले 70 सालों से हम लोगों को डराया जा रहा है, लेकिन अब हम डरने वाले नहीं हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक AIMIM के अध्यक्ष असुदुद्दीन ओवैसी पुणे में एक जनसभा को संबोधित किया। जहां उन्होंने कहा कि नाथूराम गोडसे भारत का नंबर एक आतंकवादी था। ओवैसी ने चुनौती भरे लहजे में आगे कहा किसने मारा था महात्मा गांधी को जी को, इस पर नोटिस देंगे मेरे को आप, मैं पुलिस से पूछना चाह रहा हूं क्या आप मेरे को नोटिस देंगे, मैं गोडसे के खिलाफ बोलूंगा। हिन्दुस्तान का सबसे बड़ा नंबर वन आतंकवादी नाथूराम गोडसे था, तुम नोटिस दोगे मुझे, दो नोटिस मुझे, नाथूराम गोडसे कौन था। ओवैसी के इस बयान पर जनसभा में मौजूद लोगों ने उनके समर्थन में नारे भी लगाये।
जानकारों के अनुसार संघ और भाजपा के हिन्दुत्व के मुद्दे को आगामी लोकसभा के चुनाव में धार देने के लिए और उसकी राह आसान करने के लिए ही ओवैसी फिर एक बार सक्रिय हो गये हैं देखते जाइये आगे यह संघ और भाजपा के लिए काम करते हुए कितना बेहतरीन माहौल अपनी और उनकी सियासत चमकाने के लिए तैयार कर देगें कि बाकी अहम मुद्दे सब हो जाऐंगे बेकार और फिर छा जाऐगी बस मंदिर-मस्जिद मुद्दे की बहार।