कानपुर. 3 जून को जुमे की नमाज के बाद बेकनगंज थाना क्षेत्र के नई सड़क इलाके भड़की हिंसा में क्राउड फंडिंग के आरोप में गिरफ्तार बाबा बिरयानी के मालिक मुख़्तार बाबा को कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. सूत्रों के हवाले से मिल रही जानकारी के मुताबिक एसआईटी पूछताछ में मुख़्तार बाबा ने क्राउड फंडिंग को लेकर कई राज उगले हैं. मुख़्तार बाबा ने पूछताछ में बताया है कि हिंसा और उपद्रव को भड़काने के लिए 500-1000 रुपये में पत्थरबाज बुलाए गए थे. इतना ही नहीं बाबा बिरयानी की दुकान में ही हिंसा की साजिश रची गई थी.
सूत्रों के मुताबिक एसआईटी की पूछताछ में क्राउड फंडिंग के आरोपी मुख़्तार बाबा ने कई राज खोले हैं. उसने बताया कि 500 से लेकर 1000 रुपये तक एक उपद्रवी को दिए गए. बिरयानी की दुकान में हिंसा को फैलाने की प्लानिंग हुई. हिंसा की साजिश पहले से ही रची गई थी. 15 से 16 युवाओं को दी गई थी अलग-अलग जिम्मेदारियां. एसआईटी टीम के प्रभारी संजीव त्यागी ने आरोपी मुख्तार बाबा से पूछताछ की. बताया जा रहा है कि पूछताछ के बाद उसने कई नए आरोपियों के नाम उगले हैं. इतना ही नहीं जिस समय बवाल मचा था आरोपी वीडियो कॉल पर उपद्रवियों के उपद्रव का लाइव तांडव देख रहे थे.
सूत्रों की मानें तो एसआईटी पूछताछ में मुख्तार ने अपने करोड़पति बनने के राज भी खोले हैं. अब जांच के दायरे में बैंक का एक पूर्व मैनेजर भी आया है, जिसने धोखाधड़ी कर मुख्तार बाबा को करोड़पति बना दिया था. आरोप है कि पूर्व बैंक मैनेजर ने नियमों को ताक पर रखकर मनमाने तरीके से सरकारी खजाना लुटाया था. जिसके बाद धोखाधड़ी के मामले में बैंक मैनेजर की सेवाएं समाप्त कर दी गई थी. बर्खास्त होने के बाद बैंक मैनेजर मुख़्तार के कारोबार में शामिल हो गया. बता दें कि क्राउड फंडिंग का आरोपी मुख़्तार बाबा पहले साइकिल पंचर और ब्रेड की दुकान चलाता था. लेकिन अचानक से वह क्रोरेपति बना गया. अब एसआईटी की रडार ‘खिलाड़ी’ बैंक मैनेजर भी है.