जालौन. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उत्तर प्रदेश के जालौन में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया. पीएम मोदी ने इस मौके पर एक जनसभा में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को विकास का एक्सप्रेसवे करार देते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार मुफ्त की रेवड़ी बांटने का शॉर्टकट नहीं अपना रही है. बल्कि मेहनत करके राज्य के भविष्य को बेहतर बनाने में जुटी है.
पीएम मोदी ने कहा कि 5 अगस्त तक पूरे महीने, हिंदुस्तान के हर घर और हर गांव में आजादी का अमृत महोत्सव मनना चाहिए और शानदार तरीके से मनना चाहिए. भारत में खिलौने बनाना पारंपरिक व्यवसाय रहा है. मैंने खिलौना उद्योगों को नए सिरे से काम करने का आग्रह किया था. लोगों से भी भारतीय खिलौने खरीदने का आग्रह किया था. सरकार के स्तर पर जो काम जरूरी थे, वो भी हमने किया. इसका नतीजा ये निकाला कि आज विदेश से आने वाले खिलौनों की संख्या बहुत बड़ी संख्या में कम हो गई है. साथ ही भारत से अब बड़ी संख्या में खिलौने विदेश में जाने लगे हैं.
उन्होंने कहा कि केन-बेतवा लिंक प्रोजेक्ट के लिए हजारों करोड़ रुपये स्वीकृत किए जा चुके हैं, इससे बुंदेलखंड के बहुत बड़े हिस्से का जीवन बदलने वाला है. आजादी के 75 वषज़् के अवसर पर हमने देश में अमृत सरोवरों के निमाज़्ण का संकल्प लिया है. बुंदेलखंड के विकास में बहुत बड़ी ताकत यहां के कुटीर उद्योगों की भी है. आत्मनिर्भर भारत के लिए हमारी सरकार द्वारा इस कुटीर परंपरा पर भी बल दिया जा रहा है. मेक इन इंडिया इसी कुटीर परंपरा से सशक्त होने वाला है.
पीएम मोदी ने कहा कि डबल इंजन की सरकार मुफ्त की रेवड़ी बांटने का शॉटज़्कट नहीं अपना रही, बल्कि मेहनत करके राज्य के भविष्य को बेहतर बनाने में जुटी है. रेवड़ी कल्चर वाले कभी आपके लिए नए एक्सप्रेसवे नहीं बनाएंगे, नए एयरपोर्ट या डिफेंस कॉरिडोर नहीं बनाएंगे. रेवड़ी कल्चर वालों को लगता है कि जनता जनार्दन को मुफ्त की रेवड़ी बांटकर, उन्हें खरीद लेंगे. हमें मिलकर उनकी इस सोच को हराना है, रेवड़ी कल्चर को देश की राजनीति से हटाना है. आजकल हमारे देश में मुफ्त की रेवड़ी बांटकर वोट बटोरने का कल्चर लाने की कोशिश हो रही है. ये रेवड़ी कल्चर देश के विकास के लिए बहुत घातक है. इस रेवड़ी कल्चर से देश के लोगों को बहुत सावधान रहना है
एक समय में यूपी में सिफज़् 12 मेडिकल कॉलेज थे, आज यूपी में 35 से ज्यादा मेडिकल कॉलेज हैं और 14 नए मेडिकल कॉलेज में काम चल रहा है. डबल इंजन की सरकार में आज यूपी जिस तरह आधुनिक हो रहा है, ये अभूतपूर्व है. जिस यूपी में सरयू नहर परियोजना को पूरा होने में 40 साल लगे, जिस यूपी में गोरखपुर फर्टिलाइजर प्लांट 30 साल से बंद बड़ा था, जिस यूपी में अर्जुन डैम परियोजना को पूरा होने में 12 साल लगे. जिस यूपी में अमेठी रायफल कारखाना सिर्फ एक बोर्ड लगाकर खड़ा था, जिस यूपी में रायबरेली रेल कोच फैक्ट्री सिर्फ डिब्बों का रंग-रोगन करती थी, उस यूपी में आज इतनी गंभीरता से काम हो रहे हैं कि उसने अच्छे-अच्छे राज्यों को भी पीछे छोड़ दिया है.
इस एक्सप्रेसवे के बगल में जो स्थान हैं, वहां बहुत सारे किले हैं. यूरोप के बहुत सारे देशों में किले देखने का बहुत बड़ा पर्यटन उद्योग चलता है. मैं आज योगी जी की सरकार से कहूंगा कि अब बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे बनने के बाद आप भी इन किलों को देखने के लिए एक शानदार टूरिज्म सर्किट बनाइये. बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से चित्रकूट से दिल्ली की दूरी तो 3-4 घंटे कम हुई ही है, लेकिन इसका लाभ इससे भी कहीं ज्यादा है. ये एक्सप्रेसवे यहां सिर्फ वाहनों को गति नहीं देगा, बल्कि ये पूरे बुंदेलखंड की औद्योगिक प्रगति को गति देगा.