कुशीनगर/गोरखपुर, मुसहर बस्तियों में कभी नियति का नाम रही भुखमरी अब इतिहास की बात है। कभी पेट भरने के लिए मूस (चूहा) पकड़ने और घर के नाम पर टूटी मड़ई में रहने को मजबूर मुसहर भी सरकार की तरफ से मिलने वाली सुविधाओं से त्योहार के उल्लास में सराबोर नजर आते हैं। इस बार मुसहर समुदाय के लोग गोरखपुर के वनटांगिया समुदाय के लोगों के साथ मिलकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संग दिवाली मनाने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में मुसहर लोगों को भी आमंत्रित किया गया है। महज पांच साल में बदलाव की बयार सुखद अहसास कराने वाली है। लंबे दौर तक भूख, कुपोषण, बदहाली और उपेक्षा का दंश झेल रहे मुसहर समाज के जीवन में योगी सरकार के प्रयासों से अब व्यापक परिवर्तन नजर आता है। कभी वंचितों में भी वंचित माने जाने वाले मुसहर समुदाय के लोग समाज व विकास की मुख्यधारा से जुड़कर जीवन यापन कर रहे हैं। मुसहर बस्तियों में शिक्षा का उजियारा फैल रहा है तो इससे भी आगे बढ़कर मुसहर बेटियां आत्मनिर्भरता की राह पर कामयाबी की नई इबारत लिख रही हैं। मुसहर समुदाय की कुशीनगर की दो बेटियां राष्ट्रीय रक्षा यूनिवर्सिटी से ट्रेनिंग लेने के बाद तेलंगाना में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी कर अपने-अपने घरों के लिए सही मायने में लक्ष्मी की भूमिका में आ चुकी हैं।
गोरखपुर मंडल के सभी जिलों में कमोवेश मुसहर समुदाय के लोग रहते हैं सर्वाधिक तादाद कुशीनगर जिले में है। कुशीनगर जिले में 138 ग्राम सभाओं में 159 बस्तियों में मुसहर समाज के दस हजार से अधिक परिवार हैं। पांच साल पहले तक राशन के अभाव में भूख, कुपोषण, बीमारी और मौत ही इन्हें सुर्खियों में लाते थे, लेकिन किसी सरकार ने इनकी सुध नहीं ली। बेबसी में जीवन से संघर्ष कर मुसहर भगवान को कोसने के अलावा कुछ कर भी नहीं पाते थे। समय बदला और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्ता में आते ही इनके लिए न सिर्फ नई योजनाओं की शुरूआत की, बल्कि धरातल पर योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए अधिकारियों के भी पेंच कसे। अब इन परिवारों के पास अंत्योदय कार्ड से मुफ्त राशन पाने की सुविधा है। मुसहर बाहुल्य कुशीनगर के 10 ब्लॉकों में प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत करीब आठ हजार और इससे छूटे मुसहरों के मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत घर बन चुके हैं। स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के साथ दस हजार से अधिक परिवारों को शौचालय की भी सुविधा मिली है।मुसहरों के जीविकोपार्जन में कोई बाधा न आए उनके लिए कुशीनगर जिले में मनरेगा के तहत लगभग सभी पात्र मुसहरों के जॉब कार्ड बनाए गए हैं और उन्हें समय से रोजगार मुहैया कराने को सीएम योगी ने स्पष्ट निर्देश दे रखे हैं। पेंशन योजनाओं में पात्रों का चयन कर लाभान्वित करने का कार्य भी तेजी से किया गया।