नोएडा। सरकार की तमाम कवायद और उस पर जारी ये हद कि शोहदों से तो वैसे ही बेटियां परेशान थीं अब तो यह बात कितनी शर्मनाक और खौफनाक है कि स्कूल के टीचर ही इतना गिर जायें कि उनकी हरकतों से परेशान होकर एक बेटी को खुदकुशी तक करनी पड़ जाये तो ये हमारे समाज के लिए बहुत बड़ी खतरे की घंटी है। इतना ही नही अगर कहीं अपनी कमजोरी को छुपाकर कोई छात्र या अभिभावक किसी टीचर को बेवजह फंसाने का प्रयास करे तो वह और भी गंभीर बात हैं।
गौरतलब है कि नोएडा में एक छात्रा ने शिक्षकों की छेड़छाड़ से तंग आकर आत्महत्या कर ली। छात्रा के पिता का आरोप है कि शिक्षकों ने जान-बूझकर बेटी को परीक्षा में फेल कर दिया, जिससे आहत होकर बेटी ने यह कदम उठा लिया। पुलिस ने छात्रा के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने बताया कि छात्रा के शव के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, साथ ही पुलिस ने आरोपी शिक्षकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक 16 मार्च को परिणाम आने के बाद 2 विषय में फेल हुई नौवीं कक्षा में पढ़ने वाली 15 वर्षीय छात्रा इकिशा राघव ने नोएडा सेक्टर 52 स्थित अपने घर में आत्महत्या कर ली। छात्रा के पिता ने कमरे में पंखे से लटकी मिली छात्रा को आनन-फानन में कैलाश अस्पताल भर्ती कराया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
वहीं मृतका के पिता राघव शाह का आरोप है कि छात्रा स्कूल शिक्षकों की छेड़छाड़ के चलते तनाव में थी। शिक्षकों की ओर से उसे फेल करने की लगातार धमकी दी जाती थी। एक आरोपी शिक्षक नीरज आनंद मयूर विहार में रहता है, जबकि दूसरा आरोपी शिक्षक राजीव सहगल आईपी एक्सटेंशन में रहता है। राघव शाह के मुताबिक आरोपी दोनों शिक्षकों ने जान बूझकर उनकी बेटी को दोनों विषय में फेल कर दिया, जिससे आहत होकर उनकी बेटी ने सुसाइड कर लिया।
जबकि इस सिलसिले में बात करने पर पुलिस के मुताबिक, मृतका के परिजनों का आरोप है कि स्कूल में उनकी बेटी को दो टीचरों द्वारा लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था। एग्जाम में कम नंबर आने की वजह से टीचर छात्रा पर प्रेशर बना रहे थे और वह डिप्रेशन में आ गई थी। इसी वजह से उसने खुदकुशी की।
वहीं नोएडा पुलिस ने इस मामले के पहले जांच अधिकारी को लापरवाही बरतने के आरोप में सस्पेंड कर दिया है। अधिकारी ने शिकायत दर्ज करते हुए उसमें छेड़छाड़ के आरोप को शामिल नहीं किया था। अब इस मामले की जांच दूसरे अधिकारियों को सौंपी गई है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि छात्रा के शव के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, लेकिन अभिभावक की शिकायत पर स्कूल के प्रधान अध्यापक तथा 2 शिक्षकों राजीव सहगल और नीरज आनंद के खिलाफ आईपीसी की धारा 306 और 506 समेत POCSO एक्ट के तहत केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।