लखनऊ। कल यानि शुक्रवार को राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान होना है और इसी को लेकर सियासी सरगर्मियां काफी तेज हो चली हैं जिसके चलते प्रदेश के दो मुख्य विरोधी खेमों भाजपा तथा सपा-बसपा गठबंधन में सबसे ज्यादा हलचल देखी जा रही है। इसी क्रम में सपा ने कल अपनी बैठक और डिनर डिप्लोमेसी द्वारा अपने लोगों को साधने की कोशिश की थी। वहीं बसपा प्रमुख मायावती भी अपने प्रत्याशी को लेकर बेहद गंभीर हैं जिसके चलते आज वो पार्टी के सभी बड़े नेताओं तथा विधायकों से कल के मतदान के लिए अपनी रणनीति पर विचार विमर्श कर रही हैं।
बसपा प्रमुख की सबसे बड़ी समस्या तो भाजपा ने नौंवा उम्मीदवार उतार कर तो वैसे ही पैदा कर दी थी, वहीं विधायक विजय मिश्रा द्वारा भाजपा को वोट देने की घोषणा से उनकी दिक्कत और बढ़ गई है इसके अलावा सपा के खेमें में जारी गुटबाजी भी उनके लिए चिंता का कारण बनी हुई है क्योंकि भले ही सपा की कल की डिनर डिप्लोमेसी लोगों को कारगर और कामयाब नजर आती हो लेकिन अंदर क्या चल रहा है वो जाहिर है। ऐसे हालातों में क्रास वोट्रिग होना तो स्वाभाविक है इन्हीं कारणों ने मायावती काफी परेशान कर रखा है।
गौरतलब है कि बसपा ने भीमराव अंबेडकर को राज्यसभा प्रत्याशी बनाया है। वह इटावा से पार्टी के विधायक भी रह चुके हैं, बीता विधानसभा अपने गृह जनपद औरैया से लड़े थे, लेकिन उनको सफलता नहीं मिली। बसपा को भरोसा है कि सपा, कांग्रेस व रालोद की मदद से भीमराव अंबेडकर इस बार राज्यसभा जाएंगे। लेकिन वहीं अपने आठ उम्मीदवारों की जीत तय हो जाने के बाद भाजपा के इस चुनाव ने अपना नौवां प्रत्याशी उतार कर बसपा का सिरदर्द बढ़ा दिया है।
ये ही वजह है कि मौजूदा हालातों और भाजपा की कूटनीतिक चालों से मायावती भी अब क्रॉस वोटिंग की संभावना को देख थोड़ा परेशान जरूर हैं। क्योंकि यह हकीकत है कि भाजपा का नौवां प्रत्याशी उनके प्रत्याशी के लिए काफी तगड़ी चुनौती पेश कर रहा है। आज की मायावती की बैठक क्रॉस वोटिंग को लेकर भी काफी अहम मानी जा रही है। बसपा मुखिया मायावती इस बैठक में विधायकों को संबोधित भी करेंगी। इसके साथ कल होने वाले मतदान पर भी मायावती जरुरी दिशा निर्देश देंगी।
इसके अलावा बसपा प्रमुख की चिंता को इंडियन शोषित हमारा आम दल (निषाद पार्टी) के राष्ट्रीय महासचिव विजय मिश्रा ने यह ऐलान कर और बढ़ा दिया कि वे तन मन धन से भाजपा को सपोर्ट कर रहे हैं,। यह फैसला उन्होंने अंतरआत्मा की आवाज पर लिया है। देश हित समाज हित में यह सही कदम है। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो पिछड़ों व गरीबों विशेषकर निषाद व अन्य पिछड़ी जातियों की आवाज बुलंद करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर नई पार्टी भी बनाएंगे।