नई दिल्ली! उत्तरप्रदेश की योगी सरकार ने विधायक निधि को 1.5 करोड़ से बढ़ाकर 2 करोड़ कर दिया है. बता दें सत्ता पक्ष और विपक्षी विधायक लगातार विधायक निधि को बढ़ाए जाने की मांग कर रह थे. अभी तक प्रदेश में विधायक निधि 1.5 करोड़ रुपये सालाना थी.
प्रदेश में विधायकों को अपने क्षेत्र के विकास करने के लिए 1.5 करोड़ रुपये की सालाना विधायक निधि मिलती है. जबकि अन्य प्रदेश में यह विधायक निधि काफी ज्यादा है. उत्तरप्रदेश के बगल के प्रदेश उत्तराखंड में विधायकों की विधायक निधि 4 करोड़ रुपये सालना है. जबकि आबादी से हिसाब से देखें तो उत्तराखंड में एक विधानसभा क्षेत्र में औसत 80 लाख की जनखंख्या है जबकि उत्तर प्रदेश में एक विधानसभा क्षेत्र में 3.50 लाख से ज्यादा आबादी है.
विधायक निधि के जरिए विधायक क्षेत्र में सड़क निर्माण करने, हैंडपंप लगाने समेत कई विकास कार्य करते हैं.
सरकार ने अपनी विधानसभा क्षेत्रों में विकास के लिए विधायकों को बजट आवंटित कर रखा है. इसे विधायक निधि कहते हैं. इस राशि से अपने क्षेत्र में विकास कराने के लिए विधायक स्वतंत्र होते हैं, इसके अलावा उन्हें और अधिक बजट की जरूरत होती है तो वित्त मंत्रालय और मुख्यमंत्री की स्वीकृति चाहिए होती है.