देहरादून! केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्य के लिए ओएनजीसी सीएसआर (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पोंसिबिलिटी) फंड से 10 करोड़ रूपए देगा. इसमें पहली किश्त के रूप में पौने पांच करोड़ का बजट स्वीकृत हो गया है. यह फंड मंदिर तक जाने वाले रास्ते के निर्माण व सौन्दर्यीकरण पर खर्च किया जायेगा. पुनर्निर्माण योजना के तहत केदारनाथ धाम में सरकार कॉर्पोरेट जगत की नामी कंपनियों के सीएसआर फंड से काम करा रही है. जिंदल स्टील वर्कस के बाद ओएनजीसी भी दिसंबर 2017 में योगदान को आगे आई थी. ओएनजीसी ने मंदिर तक जाने वाले 300 मीटर लंबे और 50 फीट चौड़े मार्ग सुधार, सौन्दर्यीकरण को बजट देने की सहमति दी थी. ओएनजीसी ने करीब चार करोड़ 78 लाख रुपये इसके लिए स्वीकृत भी कर दिए हैं. अब पर्यटन विभाग ओएनजीसी से शेष बजट की मांग कर रहा है. स्वीकृत बजट पर्यटन विभाग के मार्फत लोक निर्माण विभाग को ट्रांसफर किया गया है. इस रकम में से तीन करोड़ रुपये ओएनजीसी को प्राप्त हो गया है.
इस संबंध में सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने बताया कि ओएनजीसी ने करीब 10 करोड़ रुपये सीएसआर फंड से दिए हैं. इसमें से तीन करोड़ रुपये लोनिवि को जारी कर दिए हैं. शेष काम पूरा होने पर दिए जाएंगे.
चारधाम यात्रा रूट पर मिलेंगे देश भर के व्यंजन
ऑल वेदर रोड के साथ पर्यटन विभाग चारधाम रूट पर विदेशों की तर्ज पर रेस्ट एरियाज (होटल, ढाबे और रेस्टोरेंट) विकसित करेगा. इसके लिए करीब 700 करोड़ की योजना तैयार की गई है. इस योजना के तहत चारधाम यात्रा रूट पर स्थानीय सहित विभिन्न प्रदेशों के व्यंजन उपलब्ध होंगे. 23 अप्रैल को इस योजना का खाका एडीबी के कंट्री हेड के समक्ष रखा जाएगा, ताकि बजट मिलने पर इसी साल से योजना पर काम शुरू हो सके. पर्यटन विभाग ने चारधाम रूट पर 25 से 30 किमी की दूरी पर रेस्ट एरियाज विकसित करने की योजना बनाई है. इसके तहत पर्यटन विभाग पार्किंग, शौचालय, पेयजल आदि सुविधाएं विकसित करेगा. रेस्टोरेंट या ढाबों को निश्चित संख्या में पीपीपी मोड पर संचालित करेगा. इसमें शर्त यह रहेगी कि हर होटल और ढाबे में स्थानीय सहित विभिन्न प्रदेशों के व्यंजन उपलब्ध होंगे.