नई दिल्ली। एक तरफ जहां कोर्ट खाप पंचायतों पर लगाम कसने की तैयारी कर रही है वहीं अब फिर से ऐसी ही पंचायत ने बड़ा ही अजब तालिबानी फरमान जारी किया है। जिसकी चर्चा काफी जोरों पर है। हरियाणा के सोनीपत के ईशापुर खेड़ी गांव में पंचायत ने तालिबानी फरमान सुनाया है। पंचायत ने फरमान जारी करते हुए कहा कि गांव की लड़कियां जींस नहीं पहनेंगी और मोबाइल भी नहीं रखेंगी।
गौरतलब है कि इसके पीछे पंचायत ने तर्क दिया कि बीते दिनों गांव में 3 मामलों में लड़कियां अपने प्रेमी के साथ शादी के लिए भाग गई थीं। जब मामले की जांच हुई तो पाया गया कि ये लड़कियां जींस पहनती थीं और मोबाइल पर बात करती थीं। हालांकि फिलहाल पंचायत के इस फैसले को लेकर बाकायदा गांव में मुनादी कराई गई है। साथ ही पंचायत की ओर से सरपंच खुद लोगों के बीच बैठक करके फैसले पर अमल कराने के लिए लोगों से कह रहे है।
वहीं बेहद अहम बात तो यह है कि ग्रामीण पंचायत के फैसले की सराहना कर रहे हैं और यह सुनिश्चित करना चाह रहे हैं कि गांव की कोई भी लड़की जींस न पहने। बीते दिनों लिए गए पंचायत के इस फैसले को अब सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए गए हैं।
जबकि इस बाबत बात करने पर गांव के सरपंच प्रेम सिंह का कहना है पिछले दिनों ईशाखेड़ी में दो-तीन घटनाएं हुईं, जिसमें लड़कियां अपने प्रेमियों के साथ भाग गईं। लड़कियों के भागने से पंचायत की बदनामी हुई थी। इसके बाद पंचायत ने मामले में मोबाइल को इन घटनाओं में अहम जिम्मेदार माना।
साथ ही उनका कहना है कि लड़कियां जींस पहनकर लड़कों को ‘रिझाती’ थीं। उन्होंने कहा कि अगर लड़कियां ऐसे ‘भड़कीले’ कपड़े पहनेंगी और फोन पर लड़कों से बात करेंगी तो ऐसा होगा ही। इसलिए पंचायत ने गांव में सभी के हित को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया है।
पंचायत के तुगलकी फरमान को लेकर गांव की एक लड़की ने कहा कि यह पूरी तरह से गलत है। समस्या पुरुषों की मानसिकता में है, हमारे कपड़ों में नहीं। एक महिला के कपड़े पहनने के ढंग से कैसे उसके चरित्र को तय किया जा सकता है।