लखनऊ। प्रदेश में जहां लगातार दरिंदो द्वारा दरिंदगी का कहर बरपाना जारी है जिसके चलते मासूमों और किशोरियों तथा उनके अभिभावकों के लिए पल-पल भारी है। वहीं हद तब हो जाती है कि जब वो अलम्बरदार भी दरिंदों का ही साथ दें जिनके हाथों में ऐसी वारदातों को रोकने की जिम्मेदारी है तो बात बहुत ही संगीन हो जाती है। ऐसा ही कुछ एक मामला प्रदेश के मेरठ जनपद में सामने आया है जिसमें एक दरिंदे के कुकर्म पर बेशर्म पंचायत ने ऐसा फरमान सुनाया कि जैसे कि पीड़िता की आबरू का सौदा कराया।
गौरतलब है कि मेरठ में एक दलित लड़की के साथ दो युवकों द्वारा 4 महीने तक गैंगरेप करने का मामला सामने आया है। मामले का खुलासा तब हुआ जब पीड़िता प्रेगनेंट हो गई। मामला खुलने के बाद जब पीड़िता के परिजन पुलिस के पास जाने लगे तो आरोपी पक्ष ने उन पर दबाव बनाते हुए गांव में पंचायत बुला ली।
बेहद शर्मनाक और अफसोसनाक बात ये रही कि गांव में पंचायत बैठी और वहां दलित किशोरी की आबरू की बोली लगाई गई। जिसके बाद पीड़िता की इज्जत का तीन लाख में सौदा हुआ। आरोपी पक्ष ने पीड़िता के परिवार को 2 लाख रुपए मौके पर ही दे दिया और बाकी के 1 लाख अबॉर्शन कराने के बाद देने का वादा किया।
जानकारी के मुताबिक, मामला गुरुवार का है, लेकिन पुलिस को जानकारी न होने के कारण केस दर्ज नहीं हुआ। लेकिन जब मामला मीडिया में पहुंचा तो पुलिस ने शुक्रवार को FIR दर्ज की। पुलिस पूछताछ में पंचायत में मौजूद रहे ग्रामीणों ने बताया कि खरखौदा थाना क्षेत्र के एक गांव की लड़की अपने परिवार के साथ रोज पड़ोस के एक गांव में मजदूरी करने जाती थी।
जहां 4 महीने पहले गांव के दो युवको ने किशोरी के साथ गैंगरेप किया और वीडियो बना ली। इसके बाद आरोपी लड़की को ब्लैकमेल कर लगातार 4 महीने तक उसके साथ रेप करते रहे। इसी दौरान जब लड़की प्रेगनेंट हो गई तो मामला सामने आया।