नई दिल्ली। प्रचण्ड गर्मी के मौसम में हाल के कुछ समय से जारी अजब मौसम के गजब सितम फिलहाल होते नही दिख रहे हैं कहीं से भी कम क्योंकि जहां अभी कल ही तेज आंधी तूफान के साथ आई बारिश के चलते देश के तमाम राज्यों सहित खासकर उत्तर भारत में जान-माल की भारी क्षति होने के समाचार हैं वहीं मौसम विभाग की ओर से जारी अलर्ट के मुताबिक 5 मई तक ऐसे खतरे बने रहने की संभावना को देखते लोगों से सावधान रहने की अपील भी की गई है। ताकि जान माल की हानि से बचा जा सके।
गौरतलब है कि बुधवार को देश के कुछ हिस्सों खासकर दिल्ली, यूपी व राजस्थान में आंधी व बारिश का कहर बरपा। कुदरत की इस अफत में अलग-अलग राज्यों में सौ से अधिक लोगों की मौत हो गई वहीं सैकड़ों घायल हैं। इसके अलावा पेड़ और मकान गिरने से लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।
तूफान के चलते यूपी में जहां अब तक 64 के करीब बताई जाती हैं जिसमें सबसे ज्यादा मौतें आगरा में हुई हैं तथा दर्जनों के घायल होनं के समाचार भी हैं इसके साथ ही तकरीबन से अधिक पशुओं की भी जान इस आंधी तूफान और बारिश के चलतें गई है। आंधी-तूफान से आगरा के ताजमहल को नुकसान पहुंचा। रॉयल गेट पर लगा 12 फीट ऊंचा और दक्षिण गेट पर लगा 8 फीट ऊंचा पिलर टूटकर गिर पड़ा। सरहिदी बेगम के मकबरे की छत का गुलदस्ता भी नीचे आ गया। हालांकि अभी मौसम के मिजाज 5 मई तक एसे ही बने रहने की संभावना को देखते हुए मौसम विभाग ने गोरखपुर बलिया तथा सीतापुर समेत तकरीबन तीन दर्जन जिलों को अलर्ट जारी किया है।
वहीं राजस्थान के कुछ हिस्सों में कल रात आई तेज आंधी में 31 लोगों की मौत हो गई और लगभग 100 लोग घायल हो गए। आपदा प्रबंधन और राहत सचिव हेमंत कुमार गेरा ने बताया कि प्रदेश के मत्स्य क्षेत्र में कल रात आई तेज आंधी में कई मकान ढह गए और बिजली के कई खंबे तथा पेड़ उखड़ गए जिससे कारण कई लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए।
जानकारी के अनुसार, अलवर में रात करीब पौने आठ बजे अंधड़ आया और पूरे अलवर, भरतपुर, धौलपुर इलाके में छा गया। इसकी गति इतनी तेज थी कि सड़क पर खड़े वाहन पलट गए। बताया जा रहा है कि करौली-भिवाड़ी को जोड़ने वाले स्टेट हाईवे पर गाड़ियों से भरा एक ट्रक ही पलट गया।
बीते 24 घंटों में आंध्र प्रदेश के कुछ शहरों में भारी बारिश हुई। अचानक बारिश से 18 से ज्यादा मौतों की खबर है। विशाखापत्तनम, विजयनगरम, श्रीकाकुलम, मलकापुरम आदि क्षेत्रों में भारी वर्षा का जनजीवन पर असर पड़ा।
इसी प्रकार से पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों में बुधवार को बारिश व आंधी के दौरान वज्रपात व दीवार गिरने से 10 लोगों की मौत हो गई। जबकि कई लोग जख्मी को गए। आठ लोगों की मौत बिजली गिरने से, वहीं दो लोगों की मौत दीवार गिरने होने की खबर है। उधर झारखंड में मंगलवार और बुधवार को आंधी के बीच बेमौसम बारिश से रांची के आसपास के जिलों में जान-माल की क्षति हुई। वज्रपात से राज्य में सात लोगों की मौत हो गई।
जबकि पंजाब में बुधवार को कई जिलों में तेज तूफान के साथ बारिश हुई। हालांकि, लुधियाना, जालंधर और अमृतसर शहर बारिश से अछूते रहे। इनके आसपास के क्षेत्रों में जमकर बारिश हुई। पटियाला व संगरूर में दिन में ही अंधेरा छा गया। पटियाला की रिशी कॉलोनी में एक प्लॉट की दीवार गिरने से प्लॉट मालिक हरमिंदर सिंह व एक श्रमिक राजू की मौत हो गई। बरनाला व रूपनगर में मंडियों में रखी गेहूं भीग गई।
इसके अलावा उत्तराखंड के चमोली जिले के नारायणबगड़ में बादल फटने से कई दुकानें और मकानों को नुकसान पहुंचा है, हालांकि इसमें किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। उत्तराखंड में नैनीताल, अल्मोड़ा, देहरादून, हरिद्वार समेत प्रदेश के कई हिस्सों में शाम को धूल भरी आंधी के साथ बारिश हुई।
उधर, बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमनोत्री में बारिश होने से श्रद्धालुओं को ठंड का सामना करना पड़ रहा है। वहीं हिमाचल प्रदेश में बुधवार को अधिकांश क्षेत्रों में बारिश दर्ज की गई जबकि कुछ क्षेत्रों में ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान पहुंचा। दूसरी ओर भीषण गर्मी से जूझ रहे जम्मू कश्मीर में बुधवार को कुछ जगहों पर धूल भरी आंधी और तेज बारिश के कारण थोड़ी राहत मिली।